इंदौर ! महानगरों में एक तरफ जहाँ माता-पिता काम धंधे की भागदौड़ में लगे रहते हैं, वहीं छोटे-छोटे बच्चे टीवी से क्या सीख रहे हैं। इसकी बानगी इंदौर में देखने को मिली। यहाँ डॉन बनने की चाह रखने वाले एक दस साल के बच्चे ने अपने ही साथी पर घासलेट भिगोया कपड़ा डालकर उसे जि़ंदा जलाने की कोशिश की। मौके पर बच्चे की छोटी बहन ने जैसे-तैसे उसे बचाया, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। फिलहाल घायल बच्चा अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती है।
इंदौर पुलिस के मुताबिक़ कनाडिया इलाके में आईडीए बिल्डिंग के 10 वर्षीय बच्चे की प्रवृत्ति इतनी हिंसक हो चुकी है कि वह आए दिन आसपास के बच्चों से छोटी-छोटी बात पर मारपीट करता रहता है। उसने अपने पडोस में रहने वाले 9 साल के राहुल पिता केसरसिंह से किसी बात पर नाराज होकर घासलेट से भीगा कपडा फेंक दिया और उसमें माचिस की तीली फेंक कर आग लगा दी। इससे राहुल के कपड़ों ने आग पकड़ ली। आग लगने से राहुल चीखने लगा। चीख-पुकार सुनकर राहुल की छोटी बहन 8 साल की रचना दौड़ी हुई आई और उसने जैसे-तैसे आग की लपटों के बीच से राहुल को बचाया। शोर सुनकर पड़ोसी भी इक_ा हो गए। इसके बाद राहुल को पड़ोसियों की निगरानी में छोडक़र वह भागती हुई मजदूरी करने गए पिता केसरसिंह और माँ चम्पा को बुलाने गई। वे यहाँ से करीब डेढ़ किमी दूर बिचौली मर्दाना गाँव में थे। माँ-बाप राहुल को अस्पताल ले गए, जहाँ उसका इलाज अभी भी जारी है।
राहुल की माँ चम्पा ने बताया कि वे 5 दिन पहले ही गाँव से मजदूरी करने यहाँ आए हैं। घटना के समय यदि रचना नहीं होती तो कुछ भी खतरा हो सकता था। रचना ने उसकी जान बचा ली। आग जब चेहरे को झुलसाने लगी तो आँखों पर भी आ सकती थी पर रचना ने मोटे कपड़े से उसकी आँख बचा ली। चम्पा के मुताबिक़ यह उसकी घटना नहीं है, इससे पहले भी वह लडक़ा आसपास के बच्चों से आए दिन मारपीट करता रहता है। कुछ को तो चोंटे भी आई है। वह बच्चों से कहता रहता है कि एक दिन वह शहर का बहुत बड़ा डॉन बनेगा। अब तक सब इसे मजाक ही समझते रहे पर इस खौफनाक घटना के बाद सब हैरान है। पुलिस जांच कर रही है।