भोपाल। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया सतत् प्रयासरत् है। इसके लिए बैक द्वारा भोपाल रीजन में छह महिला शाखाओं का एक साथ शुभारंभ किया गया। मुख्य कार्यक्रम बैक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एम.वी. टांकसाले की उपस्थिति में अरेरा कालोनी में संपन्न हुआ। इस अवसर पर शाखा की प्रमुख महिला सीनियर सिटीजन ग्र्राहक के द्वारा फीता खोलकर शाखा का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर रवि मोहन, सीजीएम नाबार्ड डा. राजेन्द्र सिंह, सेन्ट्रल बैैंक के फील्ड जनरल मैनेजर उमेश कुमार सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए।
श्री टांकसाले ने बताया कि हमारी बैैंक शुरू से ही महिलाओं के लिए काम करती रही है और 1921 में बैैंक में प्रथम महिला श्रीमती यास्मीन ब्रांच मैनेजर बनी थीं। हमनें 8 मार्च को महिला सेल खोला है, जिसकी इंचार्ज उपमहाप्रबंधक श्रीमती सुलभा पाण्डे है। बैक ने महिला उद्यमियों के लिए सेन्ट कल्याणी योजना शुरू की है, जिसमें 1 करोड़ रुपए तक का ऋण दिया जाता है। हमारी सभी 77 क्षेत्रीय कार्यालयों में तीन माह में एक-एक महिला शाखाएं खोली जाएंगी। भोपाल प्रवास के अंतर्गत श्री टांकसाले ने इमामीगेट शाखा में वित्तीय समावेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर 155 हाकरों को मध्यप्रदेश सरकार की योजना के अंतर्गत हाथठेले प्रदान किए गए, जिनकी किश्त प्रतिदिन बैैंक के कर्मचारी हॉकरों के पास ही जाकर लेंगे। उन्होंने कहा कि बैैंक ने ग्र्रामीण क्षेत्रों के बाद अब रूरल अर्बन क्षेत्र पर भी ध्यान देना शुरू किया है और शीघ्र ही सभी शाखाओं में हम तीव्र गति से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ब्याज दरों में बदलाव का कोई चांस नहीं है। यदि कुछ विशेष हुआ तो भी दो माह तो लग ही जाएंगे। उन्होंने स्वीकारा कि मध्यप्रदेश के कई बड़े प्रोजेक्टों में सेन्ट्रल बैैंक की भागीदारी है, लेकिन इसमें से किसी में भी बैैंक का पैसा डूबत खाते की ओर नहीं है।