इंदौर। राज्य सायबर सेल इंदौर वेदों ऐसे आरोपियों को पकड़ा है जिन्होंने इंदौर के देवी अहिल्या विवि के आजीवन शिक्षण विभाग के विभाग प्रमुख, स्टाफ व विद्यार्थियों के फोटो एडिट कर फर्जी इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड कर दिए।
इन आरोपियों ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आजीवन शिक्षण विभाग के विभाग से ही वर्ष 2018 में स्नातक किया है।
इनके द्वारा DAVVMEMES, DOLLL CONFESSION के नाम से इंस्टाग्राम पर फर्जी पेज बनाये गए थे।
एसपी राज्य सायबर सेल इंदौर जितेन्द्र सिंह ने बताया कि फरियादी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आजीवन शिक्षण विभाग के विभाग प्रमुख डाॅ भारती जोशी द्वारा आजीवन शिक्षण विभाग के स्टाफ एवं विद्यार्थियों के फोटो को एडिट कर फर्जी इंस्टाग्राम पेज DAVVMEMES, DOLLL CONFESSION पर अपलोड करने के संबंध में शिकायत की गई थी। शिकायत की जाॅच पर से अपराध धारा 43, 66, 66सी आइटी एक्ट में पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
तकनीकी जानकारी प्राप्त करने पर संदिग्ध मोबाइल नम्बर प्राप्त हुए जिनके नाम गौरव यादव पिता राजा यादव निवासी- 65 सी संगम नगर, इन्दौर एवं अभिषेक पिता धनराज निवासी-62 मयूर नगर, मुसाखेडी, इन्दौर की तस्दीक करने एवं पूछताछ करने पर आरोपी गणों द्वारा बताया गया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में वर्ष 2019 में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के ब्राउजर और पेम्प्लेट्स बनाये थे, जिसके 22000/- रूपये का भुगतान देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभाग प्रमुख द्वारा नही किया गया था।
जिस कारण से आरोपी गणों द्वारा इंस्टाग्राम पर उपरोक्त नामों से फर्जी पेज बनाकर विभाग प्रमुख, स्टाफ एवं विद्यार्थियों के फोटो को एडिट कर अपलोड किये थे। आरोपियों द्वारा अन्य सोशल अकाउण्टों से विभाग प्रमुख, स्टाफ एवं विद्यार्थियों के फोटो लेकर एडिट किये थे। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त एक मोबाइल व दो सीम विधिवत जप्त की गई।
उक्त प्रकरण की विवेचना में निरीक्षक अम्बरीश मिश्रा, उनि जितेन्द्र चौहान, म0आर0 विनिता त्रिपाठी, विक्रान्त तिवारी, विशाल महाजन, आर0 रमेश भिडे, आशीष शुक्ला की भूमिका रही।