मल्हारगढ़ (मंदसौर)। इंदौर में मासूम के साथ दुष्कर्म और हत्या करने वाले मल्हारगढ़ के आरेापित हनी अठवाल के इस कृत्य से पूरा मल्हारगढ़ शर्मसार हो गया है।

आरोपित पांच साल पहले मल्हारगढ़ में अपनी मुंहबोली भानजी के साथ दुष्कर्म कर उसकी भी हत्या कर चुका है।अब तो उसके परिजन भी उसके लिए बीच चौराहे पर फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। हनी के दादा, पिता और चाचा का कहना है कि उसे इंदौर के चौराहे पर फांसी लगाई जाएं। हम तो उसके लिए वकील भी नहीं करेंगें और शव लेने भी नहीं जाएंगेे।

आरोपित हनी के दादा मदनलाल अठवाल, पिता राजेश अठवाल, चाचा राकेश अठवाल सहित अन्य परिजनों ने बताया कि हनी हमारे परिवार पर एक कलंक है। जल्द से जल्द इस राक्षस को धरती से खत्म किया जाना चाहिए। हनी आरोपित है, बाकी परिवार के लोग निर्दोष हैं। उन्हें परेशान नहीं करें। हम तो हनी की पैरवी के लिए न तो वकील करेंगे और न ही केस लड़ेंगे। सीधे इस दरिंदे को इंदौर के ही किसी चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए। हम उसकी लाश भी लेने नही लाएंगे।

सोशल मीडिया पर दिखा लोगों का गुस्सा

आरोपित के प्रति सोशल मीडिया पर भी लोग भारी गुस्से में हैं। फेसबुक, वाट्स एप ओर सोशल मीडिया पर आरोपित हनी को फांसी की सजा देने की मांग की जा रही है।

इनका कहना है

– इंदौर में बालिका के साथ हुई घटना के आरोपित का मल्हारगढ़ से संबंध होने से नगर कलंकित हुआ है दुष्कृत्य करने वाले आरोपित को फांसी की सजा होना चाहिए, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

– ओमप्रकाश बटवाल, अध्यक्ष सद्भावना समिति, मल्हारगढ़

– इस प्रकार के व्यक्ति समाज के लिए कलंक हैं। आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिए। फांसी की सजा होना ही चाहिए।

– दिनेश प्रजापति, अध्यक्ष, नगर परिषद मल्हारगढ़

इस घटना से पूरा शहर शर्मसार है। ऐसे व्यक्ति को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए।

-अरविंद सोनी नेता प्रतिपक्ष नप मल्हारगढ़

पांच साल पहले भी मुंह बोली भानजी को बनाया था निशाना

अठवाल बस्ती में हनी ने ही 20 मई 2013 को मुहबोली 7 वर्षीय भानजी के साथ दुष्कर्म कर हत्या के बाद पानी के टैंक में डाल दिया था, तब हनी की उम्र 16 वर्ष थी। इस मामले में पुलिस ने हनी के अलावा पिता, मां, भाई, दादाजी को भी आरोपित बनाया था।

बाद में न्यायालय में चले प्रकरण में पिता, मां और दादाजी को तीन-तीन साल के कठोर कारावास की सजा हुई थी। नाबालिग हनी को भी तीन साल की सजा दी गई थी और बाल संरक्षण गृह रतलाम में रखा था। इस दौरान एक बार वहां से भी भाग आया था, फिर पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। पांचों आरोपितों की सजा पूरी हो चुकी है।

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