नई दिल्ली । अनलॉक-4 में दिल्ली मेट्रो चलने की संभावना है। सितंबर के पहले सप्ताह के बाद से मेट्रो चलने की संभावना बताई जा रही है। हालांकि अब मेट्रो में यात्रियों के लिए सफर आसान नहीं होगा। अनलॉक-4 से दिल्ली मेट्रो के सिर्फ 38 फीसदी गेट से ही यात्रियों की एंट्री और एग्जिट होगी। एंट्री गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो के 671 गेट है जिसमें से सिर्फ 257 ही खुलेंगे। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो के कर्मियों और यात्रियों को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। वहीं, मेट्रो स्टेशन की लिफ्ट में एक समय में अधिकतम 3 यात्री ही रहेंगे। संचालन शुरू होने के बाद संदिग्ध को मेट्रो स्टेशन में प्रवेश नहीं मिलेगा।
आम दिनों की तुलना में मेट्रो के सभी स्टेशन पर ट्रेन ज्यादा देर तक रूकेगी। मगर इंटरचेंज स्टेशन जहां पर अधिक भीड़ होती है वहां ट्रेन को 20-30 सेकेंड अधिक समय के लिए रोका जाएगा। आम दिनों में एक स्टेशन पर ट्रेन 15 स 20 सेकेंड तक रूकती है। अब इसे कम भीड़ वाले स्टेशन पर 30 सेकेंड तक रोकने की तैयारी है। मगर इंटरचेंज वाले स्टेशन या फिर ज्यादा भीड़ वाले स्टेशनों पर 40 से 50 सेकेंड तक रूकेगा। इसका प्रभाव यह होगा की आपके यात्रा का समय बढ़ेगा। अभी द्वारका से बॉ़टेनिकल गार्डन (ब्लू लाइन) की 56 किलोमीटर की लाइन पर 65 मिनट से अधिक समय लगता है। मगर आने वाले दिनों में इसमें 10 से 15 मिनट तक का इजाफा हो जाएगा।
स्टेशन पर कही भीड़ एकत्रित ना हो इसके लिए तकनीकी के साथ दिल्ली मेट्रो मैन पावर का भी प्रयोग करेगी। स्टेशन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे से स्टेशन कंट्रोलर इसकी निगरानी करेगा। इसके अलावा मेट्रो के पास एक वालंटियर्स की टीम है। इस टीम का प्रयोग ऐसे मौके पर किया जाता है। मेट्रो परिचालन के दौरान इस टीम को भी ज्यादा भीड़ वाले स्टेशनों पर उतारा जाएगा। इसके अलावा बड़े इंटरचेंज स्टेशन पर 11 इवेंट कार्नर है। जहां पर जागरूकता व जानकारी के लिए प्रयोग किया जाएगा। वहां स्क्रीन, फ्लैक्स बोर्ड पर निर्देशों के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।