हरिद्वार से दिल्ली के लिए चली किसान क्रांति यात्रा मंगलवार को दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर में रोक दी गई. पुलिस बल ने पानी की बौछारों से किसानों के जत्थे को इधर-उधर करने की कोशिश की लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग नजर आए. दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने लाउडस्पीकर से तैनात जवानों से कहा कि किसान रोके जाने पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करेंगे. हर परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहें.
किसानों का मार्च राजघाट पहुंचने वाला है. वहां से किसान संसद की ओर कूच करेंगे. किसानों की 9 प्रमुख मांगें हैं जिनमें पूर्ण कर्जमाफी और बिजली के बढ़े दाम घटाना अहम है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, किसानों की यात्रा को रोकने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले भी दागे गए.
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले शुरू हुई यात्रा 23 अक्टूबर को हरिद्वार से चली है जिसे 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में संपन्न होना है.
दिल्ली बॉर्डर पर किसान यात्रा रोके जाने पर भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा, हमें दिल्ली प्रवेश करने से क्यों रोका जा रहा है. किसानों की रैली शांति से आगे बढ़ रही है. अगर हम अपनी समस्या सरकार से नहीं कहेंगे, तो किससे कहेंगे. क्या हम बांग्लादेश या पाकिस्तान चले जाएं.