ग्वालियर ! दहेज लोभियों को न कानून का डर और न ही बदनामी की चिंता। कड़े कानून के बाद भी आए दिन दहेज के लिए नव विवाहिताओं की हत्या या प्रताणना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। नव विवाहिता की गला घोंटकर हत्या कर देने की घटना थाना ग्वालियर क्षेत्र में घटी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गोले के मंदिर के पास गंगा बिहार कालोनी में रहने वाले राजावत परिवार ने अपनी पुत्री का विवाह फरवरी 2014 में ग्वालियर थाना क्षेत्र के रमटापुरा के मां बिहार कालोनी में रहने वाले संदीप राठौर के साथ हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया था। राजावत परिवार ने विवाह में अपनी सामथ्र्य के अनुसार गृहस्थी का सामान आदि दिया था।
दिल्ली से आए मृतका के फूफा मुकेश राठौर ने पुलिस को जानकारी दी कि शिल्पी के ससुराल वालों ने विवाह के कुछ महिने बाद ही दहेज की और मतांग शुरू कर दी थी। बीति 12 जुलाई को शिल्पी ने अपने मायके पक्ष के परिजनों को ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए प्रताणित करने और उसके साथ मारपीट करने की बात फोन पर बताई थीय। पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार शिल्पी का पति मरोज पूर्व अपने पोस्टिंग स्थल सिकंदराबाद से ग्वालियर आया था और एक दिन बाद लौट गया था। वहीं मृतिका की सास व देवर भी शहर से बाहर चले गए। मृतका का शव घर की दूसरी मंजिल पर बने कमरे के पंखे से लटका हुआ पाया गया। पंखे से लटके मिले शव और चलता पंखा मृतका की मौत को हत्या की ओर संदेह पैदा कर रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला के शरीर पर मारपीट के निशान तथा उसके हाथ गलने से दिख रहे थे।
सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर डॉक्टरी परीक्षण के लिए भेज दिया। पुलिस की गिरफ्त में आए मृतिका के ससुर का कहना है कि वह अपने घर के दूसरी मंजिल पर गया ही नहीं। उसे नहीं पता कि उसकी बहू कब और कैसे फांसी के फंदे पर झूल गई। मृतिका के मायके पक्ष ने सार, ससुर, पति, ननंद व देवर के ऊपर हत्या का आरोप लगाया है। संदिग्ध परिस्थितियों में तीन रोज पहले हुई नवविवाहिता की मौत पुलिस की नजरों में हत्या और आत्महत्या केि बीच अटक रही है। पुलिस फिलहाल मृतिका की तमौत को आत्महत्या मानकर चल रही है।