भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भू-माफिया के साथ शिक्षा और नकली दवा बनाने और बेचने वाले माफियाओं के खिलाफ भी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में माफिया कोई भी हो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि माफियाओं के खिलाफ सिर्फ एफआईआर करने की औपचारिकता न हो बल्कि उन्हें दंड भी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। हमारा लक्ष्य है प्रदेश की जनता को शांति के साथ शुद्धता भी उपलब्ध हो। कमलनाथ आज इन्दौर में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में गृह मंत्री बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-माफियाओं के खिलाफ सरकार की सख्ती के बाद उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी लोगों के जीवन से खिलवाड करने की शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करें। अपने लाभ के लिए किसी भी माफिया को हमारे प्रदेश की जनता से खिलवाड करने की इजाजत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ड्रग्स बेचने वालों से लेकर सप्लाई करने वालों तक की पूरी चेन को बेनकाब किया जाए। नकली गुटका बनाने वालों पर भी जिला प्रशासन कडी नजर रखे।
मुख्यमंत्री ने सभी प्रकार के माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन से समन्वित रूप से अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जमीनों, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जहाँ भी माफियाओं के जानकारी मिले या आम जनता उनसे पीडित और परेशान हो वहाँ तत्काल कार्रवाई की जाए।
ग्वालियर-चंबल संभाग में नकली दवा और शिक्षा माफिया काफी हावी है। उत्तरप्रदेश के आगरा, इटावा, कानपुर, झांसी, जालौन के रास्ते से नकली दवा, गुटका प्रतिदिन आता है। साथ ही शिक्षा माफिया ने उत्तरप्रदेश से आकर यहां अपने पैर जमा लिए है। कई स्कूल-कॉलेज ऐसे है जो कागजों में संचालित है। जिन स्कूल-कॉलेजों की बिल्डिंग बनी भी है उनमें पढाने वाला स्टाफ ही नहीं है। इन स्कूल-कॉलेजों का भौतिक सत्यापन किया जाए तो बहुत बडा माफिया जेल में हो। लेकिन रसूखदारों को पकडने की हिम्मत प्रशासन नहीं जुटा पाता।