नयी दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से स्वयंभू गौरक्षकों के खिलाफ सख्त टिप्पणी के बाद आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दलितों के खिलाफ अत्याचार को अमानवीय करार दिया ।
आरएसएस के महासचिव भैयाजी जोशी ने एक बयान में कहा ”कानून को अपने हाथ में लेना तथा अपने साथी भाइयों पर हमला करना न केवल अन्याय है बल्कि अमानवीय भी है।”
श्री जोशी ने समाज के सभी तबकों से ऐसे तत्वों से सावधान रहने का आह्वान किया जो देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने राज्य सरकारों से इस तरह के गैरकानूनी कामों में शामिल व्यक्ति तथा संस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की ।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां अपने निहित स्वार्थ के लिए तथा जातियों के तथाकथित प्रमुख गलत सूचना का अभियान चलाकर देश को अस्थिर करना चाहते हैं जो राष्ट्र के लिए हितकर नहीं होगा।
श्री जोशी ने सभी राजनीतिक दलों तथा संस्थाओं से एक बेहतर वातावरण बनाने का आह्वान किया ताकि उत्पीड़न के शिकार लोग सुरक्षित महसूस करें तथा भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हो ।
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में श्री मोदी ने कथित गौरक्षकों पर हमला बोला था अौर कहा था कि 80 प्रतिशत गौरक्षक फर्जी हैं, जो गोरखधंधे में लिप्त हैं और इस कारण समाज उन्हें स्वीकार नहीं करता है। कल दलित उत्पीड़न को लेकर तेलंगाना में भी प्रधानमंत्री ने कड़े लहजे में असामाजिक तत्वों को संदेश दिया था। श्री मोदी के लगातार दो दिन सख्त लहजे में चेतावनी देने के बाद आज दलितों पर हमले तथा सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों के खिलाफ आरएसएस का बयान सामने आया है।