मुरैना। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना जिले के सबलगढ़ कस्बे में आज सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब कैटरिंग ठेकेदार के घर 3 लड़कों के शव मिले। ये तीनों रात को एक शादी में काम कर लौटे थे और उसी कमरे में सो गए, जहां कोयला से जलता हुआ तंदूर रखा था। इनके साथ एक और साथी भी था, लेकिन उसकी जान बच गई। आशंका है कि तंदूर से निकली कॉर्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन कम होते जाने से बनी कार्बन मोनो-ऑक्साइड की वजह से लड़कों का दम घुट गया और मौत हो गई।
मुरैना के सबलगढ़ कस्बे में नौरंगी ठेकेदार कैटरिंग का काम करता है। उसके यहां 4 लड़के, शुभम, सचिन, अजीत और विक्की काम करते हैं। ये चारों लड़के नाबालिग हैं।
बीती रात को चारों एक शादी में काम करके आए और नौरंगी ठेकेदार के घर में ही सो गए। चारों जिस कमरे में सोए, वहां सुलगता हुआ तंदूर रखा हुआ था। इसमें शुभम, सचिन और अजीत तो पलंग पर सोए, लेकिन जगह नहीं मिलने पर विक्की बेड के नीचे सो गया। आज सुबह नौरंगी बच्चों को जगाने पहुंचा तो विक्की को छोड़कर तीनों नहीं उठे। विक्की और नौरंगी ने तीनों को उठाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं जागे। नौरंगी ने उनकी नब्ज पर हाथ रखा, तो तीनों मृत थे। तीन लड़कों की मौत की खबर सुनकर उनके परिजन भी वहां पहुंच गए। देखते ही देखते वहां कोहराम मच गया, और गुस्साए लोगों सबलगढ़ कस्बे में जाम लगाना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस भी वहां पहुंच गई और उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया, तब जाकर परिजन वहां से हटे।
पुलिस ने उस कमरे में जाकर जांच की तो कमरे में तो वहां कोयले से सुलगते हुए दो तंदूर मिले। रात को शादी से इन तंदूर को कोयला सहित लाकर रख दिया था। इसके बाद चारों लोग इसी कमरे में सो गए। इस बारे में मुरैना के एडीशनल एसपी अनुराग सुजानिया ने बताया कि जिस कमरे में दो तंदूर रखे मिले हैं। इन्हीं तंदूरों से निकली कार्बन डाई-ऑक्साइड से कमरे में कार्बन मोनो-ऑक्साइड बनी और इनकी वजह से लड़कों की दम घुट गई और उनकी मौत हो गई।

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