ग्वालियर। रेत माफियाओं व अबैध कारोबारियों से रुपए बसूलने के आरोप में निलंबित किए गए भिण्ड जिले के रौन थाने के टीआई धनेन्द्र भदौरिया ने दतिया के पुलिस अधीक्षक इरशाद वली, भिण्ड के पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, एडीशनल एसपी अमृत मीणा और भिण्ड जेल के जेलर डॉं. रमेश शर्मा के खिलाफ न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी के समक्ष निजी परिवाद दायर किया है। निजी इश्तगासा में चारों अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि मुझे झूठा फंसाने के लिए भिण्ड जेल में बंद रहे हत्या के प्रयास के आरोपी भीम यादव से जबर्दस्ती बयान दबाव बनाकर लिए गए है।
हत्या के प्रयास के मामले में भिण्ड जेल में बंद आरोपी भीम यादव के एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने जून माह में बयान दर्ज किए थे। बयानों में सामने आया कि रौन थाने के टीआई धनेन्द्र भदौरिया जुए का फड संचालित करने के एवज में भीम यादव से 50 हजार रुपए प्रतिमाह लेते थे। तथा हत्या के प्रयास के मामले में जांच के आदेश कराकर उससे भी निकालने के एवज में 2 लाख रुपए टीआई धनेन्द्र भदौरिया ने लिए थे। यह राशि बृजेन्द्र सिंह तोमर के घर पर टीआई को दी गई थी। एडीशनल एसपी अमृत मीणा द्वारा टीआई धनेन्द्र भदौरिया के खिलाफ की गई जांच का प्रतिवेदन एसपी नवनीत भसीन को दिया गया। जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने रौन थाने के टीआई धनेन्द्र भदौरिया को जुलाई 2015 में निलंबित कर दिया था। मामले की विभागीय जांच दतिया के पुलिस अधीक्षक इरशाद वली को दी गई।
8 दिसंबर को दतिया एसपी के समक्ष आरोपी टीआई धनेन्द्र भदौरिया, एडीशनल एसपी अमृत मीणा, भीम यादव व बृजेन्द्र तोमर अपने बयान दर्ज कराने गए लेकिन वहां माहौल काफी बिगडने पर बयान दर्ज नहीं हो सके। टीआई धनेन्द्र भदौरिया जांच भी नहीं होने दे रहे है। वह पुलिस अधिकारियों पर भारी पड रहा है। दतिया एसपी इरशाद वली भी जांच से पीछा छुडाने की फिराक में है।
टीआई धनेन्द्र भदोरिया आरक्षक के पद पर पुलिस की नौकरी में भर्ती हुए थे। एडी में काम करते हुए पदौन्नत होकर आरक्षक से टीआई बन गए। वह भिण्ड जिले के ऊमरीख् रौन और नयागांव के थाना प्रभारी रहे है। तीनों थानों में रहते उन पर अबैध रेत उत्खनन को लेकर बसूली के आरोप लगे है। टीआई व रेत माफियाओं के बातचीत के ऑडियो भी जारी हुए थे।
थ्नलंबित टीआई धनेन्द्र भदौरिया ने बताया कि उनको भिण्ड के भाजपा विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह के दबाव में 27 मई को रौन थाने से हटाकर चंबलरेंज के डीआईजी ऑफिस में अटैच किया गया था। लेकिन उनहोंने इस अटेचमेंट के खिलाफ कोर्ट से स्टे ले लिया था। इसी से नाराज होकर पुलिस अधीक्षक ने उनके खिलाफ कार्यवाही का षडयंत्र रचा। भिण्ड जेल में बंद आरोपी भीम यादव के बयान लेने के लिए देहात थाने के टीआई इन्द्रवीर भदौरिया को कोर्ट ने अनुमति दी थी। लेकिन बयान लेने एडीशनल एसपी अमृत मीणा गए जो नियम विरुद्ध है। बिना अनुमति एडीशनल एसपी जेल में बयान लेने कैसे गए इस परिवाद को न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। परिवाद में भीम यादव व बृजेन्द्र तोमर के शपथ पत्र भी लगे है। कोर्ट द्वारा इस परिवाद की सुनवाई 4 जनवरी को की जाएगी।
एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने आज यहांेे बताया कि भीम यादव ने शहर कोतवाली में आवेदन दिया है कि निलंबित टीआई धनेन्द्र भदौरिया व उनके साथी उसे जबरन घर से उठा ले गए और दवाब बनाकर कोरे स्टांप पर हस्ताक्षर करा लिए गए है। इस पर टीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।