मुंबई। ड्रग्स केस जेल गईं बॉलिवुड ऐक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती की करीब 1 महीने बाद बुधवार को रिहाई हुई है। वह गुरुवार को मुंबई के सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में नजर आईं। वह रिहाई के बाद पहली बार दिखाई दी हैं। दरअसल, जमानत शर्तों में से एक अनुसार, रिया चक्रवर्ती को 10 दिनों तक अपने घर के नजदीकी पुलिस स्टेशन में सुबह 11 से शाम 5 के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
रिया की मां ने कहा- मेरी बेटी फाइटर
रिया की मां ने TOI से कहा, रिया पर क्या बीती है, वह इन सबसे कैसे हील होगी? लेकिन वह फाइटर है, वह मजबूत होगी। रिया के दोस्तों ने उनको जेल के गेट से रिसीव किया और उनके सांताक्रूज घर लेकर गए। उनकी मां संध्या चक्रवर्ती ने कहा कि अब उनकी बेटी कुछ देर बैठकर ‘झूठी बदनामी’ और पूरे देश ने जो ‘लिंचिंग’ की है, उस बुरे सपने से उबर पाएगी।
मां बोली- रिया की करवानी होगी थेरेपी
उन्होंने आगे कहा, मुझे उसको इस दुख से बाहर लाने के लिए थेरपी करवानी होगी। रिया की मां ने कहा कि राहत की बात है कि वह जेल से बाहर आ गई। लेकिन दुख की बात है कि ये सब अभी खत्म नहीं हुआ। मेरा बेटा अभी भी जेल में है और मैं ये सब सोच-सोचकर पागल हो रही हूं।
आम कैदी की तरह रहीं रिया
रिया की जमानत से खुश सतीश मानशिंदे ने एक वेबसाइट को इंटरव्यू में बताया कि वह 28 दिनों के दरम्यान जेल में रिया से मिलने पहुंचे थे। मानशिंदे ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि रिया जेल में अवसाद की बजाय कैदियों को योग सिखाने में समय बीता रही थीं। 28 दिनों तक जेल में वह एक आम कैदी की तरह रहीं।
1 लाख के निजी मुचलके पर जमानत
रिया चक्रवर्ती को 10 दिन तक अपने घर के नजदीकी पुलिस स्टेशन में उपस्थिति दर्ज कराने के अलावा कई और शर्तों का पालन करना है। रिया को जमानत के लिए 1 लाख रुपये के निजी मुचलके के लिए रुपये देने को कहा गया है। वह अपना पासपोर्ट जांच एजेंसी के पास जमा कर दें। वह मुंबई के एनडीपीएस के स्पेशल जज की परमिशन के बिना देश छोड़कर नहीं जा सकती हैं।
रिया को शर्तों पर मिली जमानत
अगर रिया को ग्रेटर मुंबई के बाहर जाना है तो उन्हें जांच करने वाले अफसर को सूचित करना होगा और अडवांस में उन्हें यात्रा कार्यक्रम के बारे में बताना होगा। उन्हें 6 महीने तक हर महीने के पहले सोमवार को सुबह 10 से 11 के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंचना होगा। जब तक कोई उचित कारण नहीं है, तब तक रिया को कोर्ट की डेट्स पर मौजूद रहना होगा। वह सबूतों या केस की जांच के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकती हैं।