ग्वालियर। दिन व रात का तापमान में गिरावट आने से दिन ढलते ही ठंड जोर दिखाने लगी है। बीते दिनों की अपेक्षा सोमवार को चली ठंडी हवाओं ने मौसम में काफी हद तक ठंडक घोल दी। दोपहर को खिली गुनगुनी धूप ने दिन में सर्दी से राहत पहुंचाई लेकिन शाम होने के साथ फिर से ठंड का अहसास होने लगा था। तापमान में गिरावट के चलते ठिठुरन कायम रही। वहीं ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों की पूछपरख बढ गई है। शहर में ऊनी कपड़ों के अलावा गजक और गुड़-तिल की मिठाई का बाजार सज गया है। पारे में आ रही कमी से सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को कोई खास राहत नहीं मिल पा रही है।
सोमवार को भोर होने पर घरों के बाहर का नजारा हल्का धुंध में लिपटा नजर आया। सोमवार को बीते रोज की अपेक्षा अधिक ठंड होने की वजह से देर सुबह तक लोग घरों में ही दुबके रहे। हालांकि दस बजे के बाद सर्दी और सूरज के बीच जोर-आजमाइश का दौर शुरू हो गया था। सूर्य किरणों से गरमाहट महसूस होने पर लोगों ने दिनचर्या शुरू की। दोपहर तक धूप भी तेज हो गई और इसी के साथ जनजीवन सामान्य होने लगा। घरों में कपड़ों की धुलाई और उन्हें धूप दिखाने के काम में तेजी आ गई। ठंड से ठिठुरते गरीबों के लिए धूप कुदरत की नेमत साबित हुई। शाम चार बजे तक धूप खिली रही लेकिन सूर्य जैसे ही अस्तांचल की ओर बढ़ा सर्दी में फिर से बढ़ोतरी होने लगी।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार की रात का न्यूनतम पारा 6 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं रविवार को अधिकतम पारा 25.8 डिग्री दर्ज किया गया था जबकि सुबह की आर्द्रता 94 फीसदी दर्ज की गई थी। मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू कश्मीर व हिमाचल में हुई बर्फबारी के बाद पहाड़ों से टकराकर शीतलहर अंचल में दस्तक दे चुकी है। दोपहर बाद दो से छह किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली शीतलहर अंचल में ठंड व ठिठुरन बढ़ाती दिखेगी। शीतलहर के बाद निर्मित हो रहे लोकल सिस्टम को नमी का साथ जैसे ही मिलेगा अंचल में सर्दी और कड़क होती दिखेगी।