पिपरिया ! होशंगाबाद जिले की पिपरिया तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार का बाबू 3 हजार की रिश्वत लेते धराया। प्लाट के नामांतरण के लिए बाबू ने 4 हजार रूपये मांगे थे।
गुरूवार दोपहर तहसील कार्यालय में लोकायुक्त की आठ सदस्यी टीम ने नायब तहसीलदार के बाबू अशोक गोहिया को 3 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अचानक हुई इस कार्रवाई में तहसील कार्यालय में हडक़म्प मच गया। टीम प्रभारी अमरीश बोहरे के मुताबिक बाबई निवासी नितेंद्र पिता जागेश्वर चौरे ने 14 जून को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी। जिसमें पिपरिया तहसील कार्यालय के बाबू अशोक गोहिया द्वारा नामांतरण के नाम पर रूपयों की मांग का उल्लेख था। गुरूवार को 3 हजार की रिश्वत लेते बाबू को रंगे हाथों पकड़ा गया। भष्ट्राचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या थी रिश्वत की कहानी: बाबई के नितेंद्र चौरे ने पिपरिया में एक 900 वर्ग फिट का प्लाट लिया है। जिसकी नामांतरण प्रक्रिया के लिए वह पिपरिया तहसील कार्यालय गए। नायब तहसीलदार के बाबू अशोक गोहिया ने नामांतरण को लेकर 5 हजार रूपये की मांग की थी। मामला 4 हजार रूपये में तय हुआ। नितेंद्र ने पेशगी के रूप में पहले 1 हजार रूपये बाबू को दे दिए। उसके बाद रिश्वत की मांग को लेकर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की। जिसमें 3 हजार रूपये बाबू द्वारा और मांगे जाने का उल्लेख किया।
लोकायुक्त अधिकारियों ने सुनियोजित ढंग से कार्रवाई को अंजाम देने के लिए गुरूवार का दिन चुना और बाबू अशोक गोहिया को 3 हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। कैमिकल्स से हाथ धुलाए गए। जिसमें बाबू के हाथ रंगे हुए मिले। बाबू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

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