ढाका ! राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बांग्लादेश दौरे के दौरान ढाका स्थित जिस होटल में ठहरे हैं, उसके बाहर सोमवार को एक मामूली विस्फोट हुआ। यह घटना पुलिस के साथ झड़प में दर्जनों लोगों की मौत का नतीजा है, लेकिन भारतीय अधिकारियों की नजर में यह सामान्य घटना है। राष्ट्रपति के साथ आए प्रतिनिधिमंडल में से किसी ने विस्फोट की आवाज नहीं सुनी और न ही उन्हें ऐसी किसी घटना के बारे में पता चला। पुलिस ने बाद में कहा कि विस्फोट एक पटाखे में हुआ, जिसे मीडिया ने तूल दिया है।
इस घटना की खबर मिलने पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के बीच हलचल मच गई लेकिन दोनों देशों के अधिकारियों ने इसे तरजीह नहीं दी और कहा कि जनजीवन सामान्य है।
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजामोनी ने एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति जहां ठहरे हुए हैं, उसके अंदर और आसपास जनजीवन पूरी तरह सामान्य है। प्रणब के साथ आए प्रतिनिधिमंडल में से किसी ने विस्फोट की आवाज नहीं सुनी और न ही उन्हें इस तरह की किसी घटना के बारे में पता चला।”
बयान में कहा गया, “भारतीय सुरक्षा अधिकारियों ने इसे एक मामूली घटना बताया है। बांग्लादेश में हड़ताल और बंद के दौरान इस तरह के कॉकटेलों में विस्फोट करना आम बात हो गई है। इसे बम नहीं कहा जा सकता।”
ढाका के महानगर पुलिस अधिकारी चौधरी मौजुरुल कबीर ने भारतीय पत्रकारों से कहा कि वह एक ‘छोटा पटाखा’ था जिसमें विस्फोट करने का मकसद होता है दहशत फैलाना और बंद की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करना।
कबीर ने कहा, “एक छोटा पटाखा था। विस्फोट दोपहर दो बजे होटल के सामने वाली सड़क के बीचोबीच हुआ।”
उल्लेखनीय है कि जमात-ए-इस्लामी अपने दो नेताओं को सजा-ए-मौत सुनाए जाने के खिलाफ दो दिन के बंद का आह्वान किया है। कयास लगाया जा रहा है कि विस्फोट को इसी संगठन ने अंजाम दिया होगा। जमात के सदस्यों और पुलिस के बीच हुई झड़प में गुरुवार से अब तब 70 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
सोमवार को जमात के सदस्यों द्वारा प्रदर्शन के दौरान ताजा झड़प शतखीरा और सिराजगंज में हुई जिसमें और तीन लोगों की मौत हो गई।
इस घटना से ठीक एक दिन पूर्व विपक्ष की नेता खालिदा जिया की प्रणब मुखर्जी के साथ बैठक तय थी, जिसे स्थगित कर दिया गया। दोनों नेताओं की मुलाकात सोमवार शाम को होना तय किया गया।
खालिदा जिया बांग्लादेश नेशनल पार्टी की प्रमुख हैं और जमात के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन है। वह इससे पहले, पिछले वर्ष भारत दौरे के दौरान प्रणब मुखर्जी से मिली थीं।
पहले की खबरों में कहा गया था कि एक छोटे कॉकटेल बम को मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्तियों ने होटल पैन पैसिफिक सोनारगांव के बाहर रखा था जिसमें विस्फोट हो गया। प्रणब इसी होटल में ठहरे हुए हैं। ढाका विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में भाग लेने के बाद प्रणब दोपहर के भोजन के लिए होटल में आए थे। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने प्रणब मुखर्जी को ‘भारत का प्रथम बंगाली राष्ट्रपति’ बताया और उन्हें डॉक्टर ऑफ लॉ की उपाधि से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति प्रणब तीन दिवसीय दौरे पर यहां आए हैं और मंगलवार की रात स्वदेश लौट जाएंगे।