भोपाल। लो फ्लोर बसों से लगातार हुई दो घटनाओं के बाद भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्ती शुरू कर दी है। शुक्रवार को आईएसबीटी स्थित बीसीएलएल दफ्तर में ड्राइवरों-कंडक्टरों को बुलाया गया। बीसीएलएल डायरेक्टर केवल मिश्रा ने कहा कि यदि अब किसी ड्राइवर के पास से मोबाइल बरामद हुआ तो उस पर 1000 रुपए की पेनाल्टी लगाई जाएगी। दूसरी बार भी इतनी ही पेनाल्टी होगी। तीसरी बार मोबाइल मिला तो नौकरी से हटा दिया जाएगा। नियमों को तोड़े जाने पर संबंधित ऑपरेटर के खिलाफ 25 हजार रुपए की पेनाल्टी लगाई जाएगी। बैठक में ड्राइवरों-कंडक्टरों से बातचीत कर उनकी समस्या पूछी गई।
लो फ्लोर व मिडी बसों के ड्राइवर तेज रफ्तार से बस चलाएं या मोबाइल पर बात करें तो बीसीएलएल के कॉल सेंटर नंबर 9752399966 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सुबह 6 से रात 10 बजे तक शिकायत दर्ज की जा सकती है। ओवरटेक व कहीं भी बस को रोकने की भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
लो फ्लोर बसों के विभिन्न रूटों पर अवैध रूप से मिनी बस, मैजिक दौड़ते हैं। बस स्टॉप पर लो फ्लोर बसों के आगे इन वाहनों को खड़ा कर देते हैं। यात्रियों को लो फ्लोर बसों में चढ़ने से रोकते हैं। उनसे आगे निकलने के दौरान विवाद की स्थिति बनती है। अवैध परिवहन पर रोक लगाई जाए। गड़बड़ी होने पर कंट्रोल रूम से सूचना दी जाए। ट्रैफिक में बसें फंस जाती हैं तो समय कवर करने रफ्तार बढ़ाई जाती है। बीसीएलएल डायरेक्टर ने इसके लिए समय तय करने का कहा।
बीसीएलएल डायरेक्टर ने बताया कि जब ड्राइवरों से तेज रफ्तार की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि कई बसों में लगाए गए स्पीड गवर्नर को निकाल लिया गया है। इससे बसें ज्यादा स्पीड में दौड़ती हैं। केवल मिश्रा ने बसों की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
वर्ष 2009 से लगातार लो फ्लोर बस के रूटों पर अवैध वाहनों जैसे मिनी बस, मैजिक और ऑटो रिक्शा का सामानांतर परिवहन होता है। इस पर अब तक रोक नहीं लगी। बीसीएलएल कई बार आरटीओ को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग कर चुका है। लो फ्लोर बस ड्राइवरों-कंडक्टरों के साथ मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी हैं।
ड्राइवरों पर पेनाल्टी दुर्घटनाओं के पीछे की हमने वजह जानने के लिए ड्राइवरों-कंडक्टरों की बैठक ली है। इसमें कई कारण सामने आए हैं। कंट्रोल रूम की अनदेखी, बीसीएलएल के रूटों में अवैध परिवहन और स्पीड गवर्नर निकालने की बात सामने आई है। अवैध परिवहन रोकने डीआईजी को पत्र लिखा जाएगा। दुर्घटना रोकने के लिए ड्राइवर पर हैवी पेनाल्टी का प्रावधान किया है।