ग्वालियर। ग्वालियर में ड्रग इंस्पेक्टर (औषधि निरीक्षक )अजय ठाकुर को अभी भी लोकायुक्त खोज रही है, लेकिन दीपावली के त्यौहार के बाद भी अजय ठाकुर पुलिस गिरफ्त से बाहर है। ड्रग इंस्पेक्टर के लोकायुक्त पुलिस में शिकायत और उसके एक सहायक सेम्पल कर्मी को २५ हजार की रिश्वत के साथ पकडे जाने और अजय ठाकुर के एक लायसेंस के एवज में २५ हजार रूपये मांगे जाने के बाद से ठाकुर फरार चल रहे हैं।
बताया जाता है कि ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर पिता अमीलाल ठाकुर ग्राम मानेगांव जिला सिवनी मध्यप्रदेश के छोटे से किसान मात्र 5 एकड़ के किसान का बेटा है , जिसने अब करोडों रूपये का एम्पायर खडा कर लिया है। बताया जाता है कि ड्रग इन्स्पेक्टर की नौकरी में भ्रष्टाचार कर के अजय ठाकुर ने आज तक 50 एकड़ ज़मीन और पलारी तिगड्ढा में एक मकान और और दो दुकान एवं 2 प्लॉट खरीदे है । सूत्र बताते है कि अभी बीते 8 महीने पहले 36 लाख का एक और प्लॉट तीरथ प्रसाद ठाकुर से नगद में खऱीदा है इसके लिये पूरा पैसा नगदी दिया है ।
सूत्र बताते है कि अजय ठाकुर और उसका जीजा चंद्रकेशव ठाकुर उर्फ़ बबलू को पलारी तिगड्ढा में मेडिकल की दुकान खुलवाई है ,जो कि अजय ठाकुर की डिग्री से चल रही है । पलारी तिगड्ढा में अनुराग पब्लिक स्कूल में इसके जीजा और इसने मिल के पैसा लगाया है । सूत्र बताते हैं कि अजय ठाकुर ने अभी तक की नौकरी में कम से कम 60-70 करोड़ रुपया रिश्वत में कमाया है । अनुराग पब्लिक स्कूल में 5 बसें अजय ठाकुर और उसके जीजा ने मिल कर किराये से लगाई है। लोकायुक्त पुलिस को अब अजय ठाकुर की तलाश सिवनी में ही उसकी रिश्तेदारी में खोजना चाहिए ,जहां अभी अजय ठाकुर अपने पलारी तिगड्ढा वाले मकान में छिपा हुआ है।