मुरैना ! छौंदा टोल टैक्स पर वाहन चालकों से की जा रही मारपीट और ट्रक ऑपरेटरों से लूटपाट की घटनाओं का सिलसिला पुलिस और जिला प्रशासन की मिली भगत से चल रहा है। अभी तक दर्जन भर लोगों के खिलाफ टोल टैक्स प्रबंधन के द्वारा झूठे प्रकरण दर्ज कराये जा चुके हैं। टोल प्रबंधन मापदण्डों के विपरीत अवैध वसूली कर रहा है।
शनिवार की सुबह सुमावली विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार द्वारा टोल पर की जा रही अवैध वसूली, मनमानी और भाजपा कार्यकर्ताओं पर लूट का झूठा प्रकरण दर्ज करने की घटना को लेकर अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सिविल लाइन थाने का घेराव किया गया। श्री सिकरवार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के छौंदा टोल पर दस गुना ओव्हरलोडिंग वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है। जबकि छौंदा टोल पर ठेकेदार के पास ओव्हर लोडिंग वाहनों के सामान को रखने का गोदाम तक नहीं है। श्री सिकरवार ने कहा कि नियमानुसार उस ओव्हरलोड ट्रक को ओव्हर लोडिंग से अंडर लोडिंग कर, उस सामान की जिम्मेदारी आरटीओ से लेकर जिला प्रशासन की होती है, लेकिन लूट के इस खेल में सभी मजे कर रहे हैं और शहर की भोली-भाली जनता को सरेआम जिला प्रशासन की मिली भगत से लूटा जा रहा है। बीते रोज छौंदा टोल पर एक ट्रक के साथ हो रही अवैध बसूली को रोकने कल्ला परमार अपने एक साथी के साथ पहुंचा, तो टोल पर तैनात असामाजिक तत्वों ने न केवल कल्ला व उसके साथी की मारपीट की, बल्कि सिविल लाइन पुलिस ने कल्ला सहित चार लोगों के विरूद्ध मारपीट का मामला दर्ज कर लिया। जब इस बात की खबर सुमावली विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार को लगी, तो उन्होंने न केवल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया, बल्कि छौंदा टोल के कर्मचारियों को भी सख्त लहजे में अपनी नाराजगी से अवगत कराया। पुलिस प्रशासन विधायक के तेज रवैये को भांप गया और उन्होंने आनन-फानन में छौंदा टोल के सीसीटीव्ही कैमरे के फुटेज मंगाये, लेकिन फुटेज में केवल मारपीट के दृश्य देखने को मिले, लेकिन न तो कल्ला व उसका साथी बूथ की तरफ लूट का कोई दृश्य नहीं आया। पुलिस अभी उक्त मामले की छानबीन में लगी है, लेकिन लूट जैसी घटना अभी तक सामने नहीं आई हैं। पुलिस ने क्षेत्रीय जनता के आक्रोश को भांपते हुये व विधायक के तेवर को देखते हुये मामले की वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराने की और सही जांच का आश्वासन दिया। उसके बाद विधायक वापस घर चले गये। इस पूरे मामले को लेकर विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराने की बात कहते हुये यह भी कहा है कि क्षेत्र में अवैध बसूली का अड्डा बन चुका टेाल टैक्स के प्रबंधन की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इनका कहना है
छौंदा टोल को सबसे पहले निगम सीमा से वाहर लगाना चाहिए। जिसके लिये निगम द्वारा कई बार लिखा गया, लेकिन मामले को दबा दिया गया। जिला प्रशासन इसको पहल करे और आवश्यक कार्यवाही कर नगर निगम सीमा से बाहर टोल प्लाजा बनाये। अवैध बसूली की टोल प्लाजा के ठेकेदारों व प्रबंधन द्वारा अवैध बसूली की घटना एक चिंतनीय विषय है। मेरे क्षेत्र की जनता के साथ अगर अवैध बसूली की घटना हुई, तो मैं इस पूरे घटनाक्रम को मिलकर मुख्यमंत्री से मिलूंगा। इस मामले में आईजी से लेकर सभी वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। अगर जरूरत पड़ी तो इस पूरे मामले को विधानसभा में भी उठाया जायेगा।