नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में 70 चित्रों का अनावरण किया। इसको लेकर विवाद हो गया है। भारतीय जनता पार्टी को टीपू सुल्तान का फोटो विधानसभा में लगाना रास नहीं आ रहा। वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि इन चित्रों में भारत-निर्माण और स्वंतत्रता सेनानियों का वर्णन किया गया है।

वादित व्यक्ति का पोस्टर नहीं लगाना चाहिए था- BJP
टीपू सुल्तान के फोटो पर भाजपा का कहना है कि विवादित व्यक्ति का पोस्टर नहीं लगाना चाहिए था। वहीं, इस विवाद पर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि बीजेपी नेता हर मुद्दे को विवादित करने की कोशिश करते रहते हैं। स्पीकर ने कहा कि हमारे संविधान के 144वें पेज पर भी टीपू सुल्तान का चित्र दिया गया है।

भाजपा ने पूछे कई सवाल
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी विधायक का कहना है कि मैं आम आदमी पार्टी से पूछना चाहता हूं कि जिस पर विवाद चल रहा है उसका चित्र क्यों शामिल किया गया? इसमें उन लोगों को क्यों नहीं शामिल किया गया जो दिल्ली से हैं? दिल्ली विधानसभा में ऐसे व्यक्ति का चित्र क्यों दिखाया गया जिसने दिल्ली और इसके इतिहास में अपनी कोई भूमिका नहीं निभाई है?”

सुभाष चंद्र बोस समेत 70 हस्तियों के फोटो लगाए गए हैं
बता दे, दिल्ली विधानसभा में स्वतंत्रता सेनानी अशफाकुल्ला खान, भगत सिंह, बिरसा मुंडा, रानी चेन्नम्मा, सुभाष चंद्र बोस समेत 70 हस्तियों के फोटो लगाए गए हैं। इस विवाद पर आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली विधानसभा में पोस्टर लगाने से पहले हमने भारतीय जनता पार्टी और उनके विधायकों से पूछा था कि वे अपनी पार्टी या आरएसएस के लोगों के नाम बताएं, जिन्होंने स्वतंत्रता संघर्ष में काम किया था लेकिन भाजपा वालों ने किसी का नाम नहीं दिया।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *