भोपाल । प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिये सतत कार्यवाही की जा रही है। संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि सतना जिले के अमरपाटन विकासखंड के ग्राम दतुआ एवं बछरा में टिड्डी दल के रात्रि ठहराव स्थल पर 5 फायर बिग्रेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कर लगभग 45 प्रतिशत नियंत्रण किया गया। मुरैना के कैलारस विकासखंड के ग्राम निरारा में 4 ट्रेक्टर चलित स्प्रेपंप के माध्यम से कीटनाशकों का छिड़काव कर टिड्डी दल पर प्रभावी नियंत्रण किया गया। भोपाल संभाग के रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज विकासखंड के मंजूस ग्राम में भी 6 ट्रेक्टर चलित स्प्रेपंपों एवं 1 फायर बिग्रेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कर टिड्डी दलों के नियंत्रण की कार्यवाही की गई। गत 25 मई को सागर संभाग के छतरपुर जिले के ग्राम पनोटा और सलैया में एक टिड्डी दल के रात्रि ठहराव की सूचना प्राप्त हुई, जिसको 3 फायर बिग्रेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कर रोकथाम की कार्यवाही की गई।
नर्मदापुरम संभाग में भी सिवनी विकासखंड के ग्राम रामनगर, लुचगांव, अर्चनागांव में भी कीटनाशकों का छिड़काव कर प्रभावी कार्यवाही की गई। वर्तमान में रीवा संभाग के सीधी जिले के चुरहट एवं सीधी विकासखंड में एक टिड्डी दल के गतिमान होने की सूचना है। संचालक कृषि ने राजस्थान के समस्त सीमावर्ती जिलों के कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सतत निगरानी रखें एवं टिड्डी दलों के प्रवेश होते ही सूचना यथाशीघ्र साझा करें, साथ ही समस्त जिले जहाँ पर टिड्डी दलों के रात्रि ठहराव की सूचना प्राप्त होती है, उनमें प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें।