भोपाल| मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होते ही बगावत के सुर फूट पड़े हैं| अधिकाँश क्षेत्रों में नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है, कहीं इस्तीफों का दौर तो कहीं नारेबाजी हंगामा हो रहा है| वहीं धार जिले की सरदारपुर विधानसभा सीट से विधायक वेलसिंह भूरिया अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस पहुंचे हैं| यहां उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है|
दरअसल, शुक्रवार को बीजेपी ने अपने 177 प्रत्याशी की घोषणा की है| तीन मंत्री सहित तीन दर्जन विधायकों के टिकट काटे गए हैं| टिकट कटने वाले और टिकट की पूरी ताकत से दावेदारी कर रहे नेताओं ने बगावती सुर दिखा दिए हैं| टिकट बंटते ही अपने वरिष्ठ नेताओं के सामने विरोध किया जा रहा है| इस बीच शनिवार को सीएम हाउस पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा लग गया है| सरदारपुर से विधायक वेलसिंह भूरिया भारी संख्या में समर्थकों के साथ सीएम हाउस पहुंचे और नारेबाजी करते हुए हंगामा किया है| वेलसिंह भूरिया की जगह संजय बघेल को इस बार पार्टी ने टिकट दिया है|
बता दें कि धार जिले में बगावत का ज्यादा असर है, यहाँ प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य व पूर्व जिला भाजपा महामंत्री श्याम नायक ने भाजपा की सक्रिय सदस्यता से त्याग पत्र दिया है। दूसरी ओर धरमपुरी में भाजपा ने गोपाल कन्नौज को अपना प्रत्याशी घोषित करने के बाद ही नाराज कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ता अब भी स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने की मांग कर रहे हैं| वहीं बदनावर में भी निवृतमान विधायक भंवरसिंह शेखावत को दूसरी बार मौका देकर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है, जिसको लेकर स्थानीय के रूप में अपना मजबूत दावा रखने वाले राजेश अग्रवाल के समर्थकों में रोष देखा गया। अग्रवाल निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल कर बगावती तेवर दिखा सकते हैं।
ऐसा है सरदारपुर सीट का गणित
धार जिले की सरदारपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है| इस क्षेत्र में आदिवासी समाज की आबादी सबसे ज्यादा है| वैसे तो यह सीट कांग्रेस का गढ़ है और अबतक 9 बार कांग्रेस ने यह सीट जीती है| फिलहाल यहां बीजेपी से वेलसिंह भूरिया विधायक हैं| 2013 के चुनाव में कांग्रेस के प्रताप ग्रेवाल का मुकाबला बीजेपी के वेलसिंह भूरिया से था| बीजेपी ने 2008 चुनाव में यह सीट सिर्फ 529 वोटों से जीती थी|