भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक विशेष अदालत में टाईपिंग बोर्ड घोटाले मामले में 28 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान पेश किया गया। विशेष न्यायाधीश संजीव कुमार पांण्डेय की अदालत में एसटीएफ ने लगभग 500 पृष्ठों के चालान के साथ 31 गवाहों की सूची पेश की है। इस मामले में पूर्व में एक मूल चालान और 4 पूरक चालान पेश किए जा चुके हैं। इस मामले में एसटीएफ ने कुल 2994 आरोपित बनाए हैं जिनमें से अब तक 92 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है।
मामले में 14 मार्च को 48 आरोपितों के खिलाफ पूरक चालान पेश किया जाना है।सोमवार को पेश चालान में अधिकांश आरोपी जिला व तहसील न्यायालयों में पदस्थ हैं। एसटीएफ को 7 अक्टूबर 2013 को लोक शिक्षण संचालनालय के अंतर्गत टाईपिंग बोर्ड द्वारा आयोजित हिन्दी व अंग्रेजी टाईपिंग और हिन्दी व अंग्रजी शार्टहेंण्ड परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। एसटीएफ ने 11 अक्टूबर 2013 को एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
जांच के दौरान पता चला कि टाईपिंग बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सुभाष पाचैरे, सचिव आशा जादौन, प्रभारी विनय ंिसह लोधी सहित अन्य अधिकारियो और कर्मचारियों द्वारा 5 हजार से 10 हजार रूपए की राशि लेकर अभ्यर्थीयों को परीक्षा उत्तीर्ण कराई जा रही हैं। जांच में करीब 2 हजार 947 उत्तरपुस्तिकाएं संदिग्ध पाई गई थी। जांच के घेरे में पुलिस आईटीआई के विशेषज्ञ सलमान मोहम्मद, महिला आईटीआई की गीता शाक्य, मंजुला धौलपुरी और विनोद विश्वकर्मा भी थे जिनपर आरोप है कि उन्होंने उत्तरपुस्तिकाओं में व्हाईटनर लगाकर सही उत्तर लिखे थे। एसटीएफ ने इस मामले में कुल 2994 लोगों को संलिप्त मानते हुए आरोपित बनाया है जिनके खिलाफ आगे भी पूरक चालान पेश किए जाएंगे।