। आदतन अपराधियों द्वारा हत्या, लूट और डकैती की रकम से पत्नी, भाईओं और रिश्तेदारों के नाम करोडों रुपये की चल और अचल संपति का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इनकी संपति कुर्क करने की कार्यवाही शुरु कर दी है।
पुलिस अधीक्षक आकाश जिन्दल ने आज यहां बताया कि भिण्ड जिले के गोहद थाना क्षेत्र के ग्राम आरौली निवासी वीरेन्दसिंह गुर्जर जो इन दिनों ग्वालियर की सैन्ट्रल जेल में 10 साल की सजा भुगत रहा है। ब्रकेकापुरा निवासी वीरेन्द गुर्जर का साला उदय गुर्जर भी जेल में बंद है।इन दोनों ने मिलकर लूट और डकैती की करीवन 26 बारदातों को अंजाम देकर करोडों रुपये के संपति अर्जित कर ली। इन दोनों बदमाशों को पकडा गया था तब पुलिस इनसे लूट और डकैती की रकम बरामद नहीं कर सकी थी। जेल से ही अपने नेटवर्क के जरिये वीरेन्द गुर्जर ने अपनी पत्नी श्रीमती ऊषा गुर्जर, भाई राजा भैया और साला उदय गुर्जर भारत गुर्जर के नाम करोडों की जमीन और टेªक्टर खरीद लिया।


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वीरेन्द गुर्जर की तीसरी पीढी अपराध की दुनिया में है इसके बाबा रामरतन गुर्जर ने 1972 में अपने भाईओं के साथ मिलकर गांव के ही तेजसिंह और भरोसी कुशवाह की हत्या कर दी थी। इन हत्याओं के मामले में रामरतन गुर्जर के भाई तो जेल चले चले थे लेकिन रामरतन ने हाथों में बंदूक थाम कर चम्बल के बीहड की शरण ली थी। लंबे समय तक दस्यु का जीवन जीने क ेबाद पुलिस मुडभेठ में रामरतन गुर्जर मारा गया था। इसी प्रकार वीरेन्द गुर्जर के पिता जबरसिंह गुर्जर ने आपराधिक जीवन शुरु कर दिया और जबरसिंह को भी न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। पिता के जेल जाने के बाद अपने पूर्वजों की कमान वीरेन्द गुर्जर ने सम्हाल ली। और बारदातों को अंजाम देकर करोडों रुपये की संपति अर्जित कर ली।
पुलिस अधीक्षक आकाश जिन्दल ने बताया कि जेल में बंद वीरेन्द गुर्जर ने अपनी पत्नी श्रीमती ऊषा के नाम अभी हाल ही में 20 लाख रुपये की जमीन खरीदी है। वीरेन्द गुर्जर के साले उदय सिंह गुर्जर ने जेल से ही अपने भाई वीरसिंह गुर्जर के नाम 16 जून को 5 लाख रुपये का टेªक्टर खरीदा है। इसके अलावा उदय गुर्जर ने अपनी पत्नी श्रीमती गुड्डीबाई भारतसिंह और वीरसिंह गुर्जर के नाम से 21 लाख रुपये की जमीन 17 जून को खरीदी है। पुलिस के मुताबिक यह जमीन लूट और डकैती के पैसों से खरीदी गई है। इनकी जमीन को कुर्क करने के लिये कलेक्टर को प्रतिवेदन बनाकर भेजा गया है।

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