मुंबई ! मुंबई में वर्ष 1993 में हुए बम विस्फोट के दौरान अवैध हथियार रखने के मामले में दोषी ठहराए गए फिल्म अभिनेता संजय दत्त कोआतंकवादी एवं विध्वंसक गतिविधि निरोधक कानून टाडा अदालत के समक्ष कल आत्मसमर्पण करने के बाद आर्थर रोड जेल भेजा गया जहां उसने बिना सोए राज गुजारी। संजय दत्त को मुम्बई के आर्थर रोड जेल से पुणे स्थित यरवदा जेल में 42 माह की सजा काटने के लिए संभवत: जल्द ही भेजा जाएगा। संजय दत्त को गुरुवार की रात 11 बजे अति सुरक्षित आर्थर रोड जेल केट्रांजिट बैरक में रखा गया था। संजय दत्त को कल घर का बना खाना उपलब्ध कराया गया और रात में पीने के लिए पानी को बोतल भी दी गई।
संजय दत्त के वकील ने अदालत से आग्रह किया कि संजय दत्त जेल में विलासिता पूर्ण जीवन नहीं जीना चाहते लेकिन कुछ परेशानियों के कारण उन्हें पतले गद्दे और एक तकिए की आवश्यकता है। अदालत ने संजय दत्तके सिगरेट पीने के अलावा सभी सहूलियत देने की इजाजत दे दी। संजय दत्त को अपने साथ एक जोड़ी कुर्ता और पैजामा, मर्ेंट, पढ़ने के दो चश्मे, दो साबुन, दो टूथब्र्रश, एक पतला गद्दा, एक तकिया, हनुमान चालीसा, भगवत गीता और रामायण ले जाने की अनुमति दी है साथ ही घर के खाना की भी अनुमति दी है। उच्चतम न्यायालय ने 21 मार्च को सजय दत्त को निचली अदालतद्वारा 1993 में मुंबई में श्रृंखलाबध्द बम विस्फोट के दौरान अवैध हथियार रखने का दोषी ठहराने को बरकरार रखा। लेकिन निचली अदालत ने छह वर्ष की सजा को कम करते हुए पांच वर्ष कर दिया था। संजय दत्त पहले ही इस मामले में 18 माह जेल में बिता चुका हैंइसलिए उसे अब सिर्फ 42 माह ही जेल में बिताने होंगे। संजय दत्त को टाडा अदालत ने अवैध हथियार 9 एमएम पिस्तौल और एक एके-56 रायफल रखने का दोषी ठहराया था।