भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में और राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) की परीक्षा होना तय है। जहां जेईई मेंस की परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक चलेगी। वहीं नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी। विद्यार्थियों ने जेईई मेंस की परीक्षा में बैठने के लिए प्रवेश पत्र भी डाउनलोड कर लिया है। यह परीक्षा ऑनलाइन होगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रवेश पत्र में कई जरूरी निर्देश दिए गए हैं, जिसका पालन विद्यार्थियों व अभिभावकों को करना होगा।
जेईई मेंस की परीक्षा में भोपाल में करीब 20 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रवेश पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक विद्यार्थी को मास्क लगाना अनिवार्य है। पहले चरण की परीक्षा के बाद माउस, मॉनिटर, टेबल, कुर्सी, की-बोर्ड आदि उपयोग की गई चीजों को सैनिटाइज किया जाएगा। परीक्षा हॉल में विद्यार्थियों को सैनिटाइज कर और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश दिया जाएगा। विद्यार्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने साथ सैनिटाइजर और पानी की बोतल ला सकते हैं। परीक्षा केंद्र पर पेपर से पहले या बाद में प्रश्नों को लेकर दोस्तों से चर्चा नहीं करें। पेपर देकर सीधे घर जाएं और कुछ दिनों तक घर से न निकलें। घर जाकर मोबाइल से चर्चा कर सकते हैं। परीक्षा के समय सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करें।
यह भी निर्देश दिए गए हैं कि अभिभावक केंद्र के बाहर भीड़ एकत्रित नहीं करें। बच्चों को परीक्षा केंद्र पर छोड़कर घर चले जाएं और परीक्षा के बाद लेने आ जाएं। ऐसे अभिभावक जो दूसरे शहर से आएंगे, वे भी बधाों को केंद्र पर छोड़कर जहां रुके हैं, वहां चले जाएं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( एबीवीपी) ने जेईई व नीट परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा और विद्यार्थियों के आवागमन के साधन उपलब्ध कराने संबंधी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। इसमें मांग की है कि दोनों परीक्षाएं हर शहर में नहीं होते हैं, ऐसे में आवागमन को लेकर विद्यार्थियों का एक बड़ा वर्ग चिंतित है। सभी विद्यार्थियों को आवागमन के साधन सहित मास्क एवं सैनिटाइजर उपलब्ध कराई जाए। जो विद्यार्थी अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा केंद्र के लिए आते हैं, उनके लिए आवश्यकता पड़ने पर आवास की व्यवस्था भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाए।