ग्वालियर। भिण्ड के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग में 49 करोड रुपए के घोटाले का मामला प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री मायासिंह के सामने रखा गया। भिण्ड के भाजपा विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने प्रभारी मंत्री से कहा कि पीएचई की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए। प्रभारी मंत्री मायासिंह ने कहा कि वह इस संबंध में प्रदेश के पीएचई मंत्री को पत्र लिखेंगी।
कल हुई जिला योजना समिति की बैठक में विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि पीएचई में 49 करोड के घोटाले की जांच तो लोकायुक्त में चल रही है, लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। लहार विधायक डॉं. गोविन्द्र सिंह ने कहा कि पीएचई अधिकारियों ने विधायक और सांसद निधियों से लगे हैंडपंपों को अपना बताकर पैसा निकाल लिया है। उन्होंने कहा कि लहार विकास खण्ड के अचलपुरा में 22 कुओं की मरम्मत के नाम पर 40 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं जबकि गांव में कुओं की संख्या मात्र 2 है। जिला पंचायत सदस्य मानसिंह कुशवाह ने कहा कि अमायन की 14 नलजल योजनाएं चालू बताई जा रही हैं जबकि सभी बंद पडी है।
कलेक्टर चैंबर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रभारी मंत्री माया सिंह ने कहा कि अबैध खनन और अबैध परिवहन पर शासन सख्त है। अभी तक कलेक्टर स्तर से 264 प्रकरण बनाए गए है। 59 वाहन विभिन्न थानों में खडे है। कल ही 66 वाहन और जप्त किए गए है। करोडों का जुर्माना आरोपित किया गया है। अबैध खनन और परिवहन पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों को विकास कार्यों की गुणवता पर नजर रखने के निर्देश दिए गए है।