भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के संक्रमण की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो बहुत भयानक है। अभी तक प्रदेश में 50 रोगियों की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है। इसमें नाक, मुंह, दांत, आंख मस्तिष्क और बाकी अंग भी संक्रमित हो जाते हैं। इसके इलाज के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार सुनिश्चित किया जाए। जो लोग आर्थिक दृष्टि से कमजोर हैं, उनके नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की जाएगी और सरकार ऐसे पेशेंट को भरपूर सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आ गई है वहां 17 मई के बाद धीरे-धीरे वैज्ञानिक ढंग से कोरोना कर्फ्यू हटाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह वायरस हमारे व्यवहार से ज्यादा फैलता है। यदि हम शादी ब्याह, भीड़ और बड़े समारोह भीड़ में गए तो कोरोना संक्रमण तेज गति से फैलता है। जन-सहयोग से लागू कोरोना कर्फ्यू जब तक है तब तक कोई भी घरों से बाहर नहीं निकले। मई माह में शादी-ब्याह नहीं करें। जून माह में कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने पर शादी-ब्याह आदि आयोजन छोटे स्तर पर किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण कुछ गांवों में भी फैला है। इसे नियंत्रित करने के लिए किल कोरोना अभियान चल रहा है। सरकारी अमला मेहनत के साथ घर- घर दस्तक दे रहा है।
सर्दी-जुकाम, बुखार के लक्षण हों तो छिपाएं नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सर्दी, जुकाम, बुखार आदि कोरोना के लक्षण हैं, तो छुपाए नहीं, बताएं। उपचार संभव है। सरकार ने नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार यदि पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे आती है तो यह कोरोना संक्रमण के नियंत्रित होने का संकेत है। ऐसे जिले जिनमें पॉजिटिविटी रेट बढ़ा रहेगा वहां कोरोना कर्फ्यू नहीं खुलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करें। सीएम ने कहा कि जिला, ब्लॉक, ग्राम और शहर के वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का गठन किया गया है। इन समितियों के सदस्य जनसह योग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं।