भोपाल ! मध्य प्रदेश में इंदिरा सागर बांध प्रभावितों का 15 दिनों से चला आ रहा जल सत्याग्रह रविवार को खत्म हो गया। प्रभावितों ने ऐलान किया है कि उनकी मांगें पूरी न होने पर वे 15 अक्टूबर से सड़कों पर उतरेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में उसी का साथ देंगे जो किसान व मजदूरों के अधिकार दिलाने की घोषणा करेगा। इंदिरा सागर परियोजना प्रभावितों का खंडवा, हरदा व देवास जिले में छह स्थानों पर 15 दिनों से जल सत्याग्रह चल रहा था। प्रभावितों ने सत्याग्रह खत्म करते हुए घोषणा की कि 15 अक्टूबर के बाद तीनों जिलों- खंडवा, हरदा व देवास के हजारों प्रभावित लोग सड़कों पर उतरेंगे।
हरदा के ग्राम हनीफाबाद में आंदोलन की वरिष्ठ कार्यकर्ता चित्तरूपा पालित और ग्राम मालूद में आलोक अग्रवाल ने आगे के संघर्ष की घोषणा की। आलोक अग्रवाल ने कहा है कि जल सत्याग्रह में बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने भाग लिया, अनेक जल सत्याग्रहियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। तपती धूप और जलाशय के गंदे पानी में शरीर में गलन और बुखार, खुजली आदि भी विस्थापितों के कड़े संकल्प को डिगा न पाए और 15 दिन तक जल सत्याग्रह पूरे जोश के साथ चला।
अग्रवाल ने कहा है कि इंदिरा सागर बांध से प्रभावित परिवार विधानसभा चुनाव में उसी दल व व्यक्ति का साथ देंगे जो किसानों व मजदूरों के हित की घोषणा करेगा। इसके लिए जगह-जगह लोक मंचों का आयोजन किया जाएगा।