गुना। हमारी विचारधारा मात्र सत्ता हासिल करना नहीं है। व्यवस्था में परिवर्तन होना चाहिए। इस कारण दस दिनों में किसानों के ऋण माफी के वचन को मात्र छह घंटे में कर दिया। प्रदेश में 15 वर्षों से भाजपा का कुशासन चल रहा था। हम प्रदेश में सुशासन ही नहीं अपितु अमन का वातावरण लाएंगे। हमारी सरकार ने जो संकल्प पत्र दिया है उसे पूरा करने हेतु कदम उठा दिए हैं। अब विभागवार संकल्प पत्र भिजवाकर समय-सीमा में उसे पूरा करेंगे। मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जनता ने कांग्रेस की सरकार बनाई है उसके लिए सर्वप्रथम जनता का धन्यवाद हम देते हैं।
उक्त बात पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कही। इस मौके पर श्री सिंधिया कहा कि मैंने भाजपा के कुशासन को उखाड़ फेंकने तक फूलमाला नहीं पहनने का संकल्प लिया था। जिसे जनता ने उखाड़ दिया है। अब मैंने प्रेम की माला पहना स्वीकार कर लिया है। श्री सिंधिया ने कहा कि कुछ जनप्रतिनिधि ऐसे होते हैं जिन्हें राजनीति बदल देती है और कुछ राजनीति को बदल देते हैं। मैं दूसरे तरह का नेता हूं। इसी के चलते हमारे क्षेत्र में जनता ने 36 सीटों में 24 सीटों पर विश्वास जताया। ईव्हीएम पर उठ रहे सवालों के बीच सांसद श्री सिंधिया ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। परंतु एक प्रतिशत भी शंका होने पर हमें अपने पुराने फुल पु्रफ तरीके पर लौटना चाहिए। प्रजातंत्र में शंका नहीं होना चाहिए।
शिवराज से मुलाकात पर बोले सिंधिया, मेरा दात्यिव मैं उनसे भेंट करू
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मुलाकात के सवाल पर सांसद सिंधिया ने कहा कि चुनावों के दौरान हम लोग आमने-सामने रहते हैं। जनता हमें जनता की सेवा हेतु सत्ता सौंपती है। मेरा दायित्व है कि मैं उनसे भेंट करूं। बकौल श्री सिंधिया के अनुसार जो व्यक्ति 15 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहा है। प्रजातंत्र में सत्ता ही नहीं विपक्ष भी स्वस्थ्य होना चाहिए। इसी प्रकार केंद्र में स्थिति विपरीत है, हम विपक्ष में हैं और भाजपा सत्ता में है। कैलाश विजयवर्गीय के सवाल पर सांसद सिंधिया ने कहा कि उन्हें सरकारों को गिराने में महारथ हासिल है। पर लगता है उन्हें 11 तारीख के परिणाम हजम नहीं हो रहे हैं। प्रदेश में हाल ही में विभिन्न राजनीतिक हत्ययों के सवाल पर सांसद सिंधिया ने कहा कि कोई भी हत्या भाजपा या कांग्रेस की नहीं अपितु इंसान की होती है। हत्या के पीछे जांच होनी चाहिए और सख्त कार्रवाई होना चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके। सांसद सिंधिया ने उप्र की विधायक सपना सिंह द्वारा प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री के लिए किए अपशब्दों की निदंा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत टिप्पणियां करने से बचना चाहिए। ऐसे मामलों में सभी राजनीतिक दलों को निंदा ही नहीं अपितु अपने दल के सदस्य के विरूद्ध कठोर कार्रवाई कर उचित संदेश देना चाहिए।