भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों और सरकार की बेहतर नीतियों से प्रोत्साहित होकर निवेशक प्रदेश में उद्योग लगाने के लिये उत्सुक हैं। नाथ आज इंदौर में नई निवेश नीति के परिणाम स्वरूप स्थापित आशा कॉन्फेक्शनरी का अवलोकन कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता और उद्यमियों के सहयोग से प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाएँगे। उन्होने कहा कि सौभाग्य की बात है कि हमारे प्रदेश में वन, खनिज और मानव संसाधन पर्याप्त हैं। प्रदेश में सांस्कृतिक विविधता है। यह पाँच राज्यों से घिरा हुआ है, जिसके कारण यहाँ पर मानव संसाधन और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी नहीं है। किसी भी उद्योग की स्थापना केलिये अनूकूल वातावरण प्रदेश में है, इससे देश के उद्योगपतियों की प्रदेश के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है।
नाथ ने कहा कि उद्योग के लिये जमीन, कच्चा माल, उद्यमी और पूँजी के अलावा इच्छाशक्ति की सख्त जरूरत होती है। इच्छाशक्ति से ही कोई भी व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है। इंदौर और पीथमपुर में उद्यमियों ने रोजगार, वाणिज्य और उद्योग की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। उद्योग लगाना तो आसान है, मगर यातायात और विपणन उद्योगों के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। सरकार इसके समाधान के लिये प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने आशा कॉन्फेक्शनरी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहाँ पर अत्याधुनिक मशीनें लगायी गई हैं। नाथ ने कॉन्फेंशनरी की सफलता के लिये श्रीमती आशा दरयानी को शुभकामना दी। उन्होने कहा कि आशा हैं संस्था बेरोजगार नौजवानों को उद्योग लगाने के लिये प्रेरित, प्रशिक्षित और मार्गर्शन देंगी। कार्यक्रम में गृह मंत्री बाला बच्चन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, विधायक, उद्योगपति एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।