छिंदवाड़ा। वन रेंज के किनारे इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए जंगली जानवर मुसीबत बन चुके हैं। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में बीते रविवार को 12 घंटे की अवधि में एक तेंदुए ने दो बच्चों का शिकार किया। इस घटना के बाद से इलाके के लोग डरे सहमे हैं। पूरे मध्य प्रदेश में बाघ और तेंदुए की वजह से पिछले तीन महीनों में 5 बच्चों की मौत हो चुकी है।
ग्रामीणों के लिए सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि तेंदुआ दिनदहाड़े बच्चों का शिकार कर रहा है। रविवार दोपहर मोहली माता गांव में एक तीन साल की बच्ची को तेंदुए ने उसके घर के सामने मारकर अपने भोजन बनाया। इसके 6 घंटे बाद तेंदुए ने एक 10 साल के बच्चे का एक दूसरे गांव में शिकार किया।
मृतक हरीश तेकाम अपने घर के बाहर बैठा था जब तेंदुए ने उस पर हमला किया। जब उसकी मां थोड़ी देर बाद बाहर आई तो उसे अपनी झोपड़ी की दीवारों पर खून की छींटे दिखाई दी और बच्चा भी गायब मिला। बच्चे की मां ने मदद के लिए लोगों को पुकारा इसके बाद तेकाम की क्षत-विक्षत लाश झाड़ियों के पीछे मिली।
छिंदवाड़ा के जिला वन अधिकारी एसएस उदय ने बताया कि यह शिकार एक तेंदुए ने किया है क्योंकि वह छोटा है इसलिए वह बच्चों को निशाना बना रहा है। हम जानवर को ढूंढ रहे हैं जिसके मिलते ही उसे इंसानी बस्ती से दूर दूसरे स्थान में पहुंचाया जाएगा।