मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ का कर्ज माफी का ऐलान सुर्खियों में छाया हुआ है. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही अपने चुनावी वादे पर अमल किया. उन्होंने सीएम की कुर्सी पर बैठते ही किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत किए. इसके कदम के तहत किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ होगा.
भोपाल से प्रकाशित दैनिक भास्कर का पहला शीर्षक है, ‘डेढ़ घंटे में ही वचन पूरा, कर्ज माफ़’. इसमें जिक्र है कि मध्य प्रदेश के 34 लाख किसानों का करीब 38 हजार करोड़ रुपए का कर्ज राज्य सरकार ने माफ़ कर दिया है. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के डेढ़ घंटे बाद ही कमलनाथ ने किसानों की कर्जमाफी वाली इसी पहली लाइन पर हस्ताक्षर किए.
अखबार ने कमलनाथ के तीन बड़े फैसले का भी जिक्र किया जिसमें प्रदेश के 70 प्रतिशत लोगों को जो रोजगार देगा उसे ही मदद मिलेगी. दूसरा कन्या विवाह की सहायता राशि बढ़ाकर 51 हजार रुपए कर दी है. तीसरा फैसला चार गारमेंट पार्क बनेंगे ताकि आर्थिक गतिविधियां तेज हो सकें.
नईदुनिया का शीर्षक है ‘एक्शन में कमलनाथ: शपथ के तीन घंटे बाद ही निभाया कर्ज माफी का वचन’. इसमें जिक्र है कि कमलनाथ शपथ लेने के बाद सीधे मंत्रालय पहुंचे और सबसे पहले किसानों की कर्ज माफी की फाइल पर हस्ताक्षर किया. कृषि विभाग ने इसके आदेश भी जारी कर दिए.
भोपाल से प्रकाशित पत्रिका का शीर्षक है, ‘शपथ, महागठबंधन और कर्जमाफी’. इसमें कमलनाथ के पहले दिन के चार बड़े कदमों का जिक्र है. कमलनाथ ने शपथ लेने के दो घंटे के अंदर मंत्रालय पहुंचकर कांग्रेस वचन पत्र के चार महत्वपूर्ण फाइलों पर साइन किए. कमलनाथ ने पहले कर्ज माफ़ी की फाइल पर साइन किया. दूसरी फाइल युवाओं को रोजगार देने से संबंधित थी. तीसरी प्रदेश में गारमेंट पार्क स्थापित करने की और चौथी फाइल कन्या विवाह में राशि देने की थी.
वहीं शपथ ग्रहण समारोह में शिवराज सिंह चौहान का अंदाज भी अखबारों की सुर्खियां बना हुआ है. भास्कर लिखता है ‘यही है सही पॉलिटिक्स’ आप भी काफी सहज हैं राहुल जी. इसमें जिक्र है कि राहुल गांधी ने 24 नवंबर को दमोह में कहा था- शिवराज जी कांग्रेस पर आक्रमण भी करते हैं लेकिन वो तमीज से बोलते हैं. मोदीजी और उनमें यही फर्क है.