रायपुर / नई दिल्ली: शनिवार शाम हुए नक्सली हमले के बाद से लापता बताए जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल के शव आज घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर मिले। उनके बारे में कहा जा रहा था कि नक्सली उन्हें अगवा कर ले गए हैं।
बस्तर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर आज सुरक्षाकर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के शव भी बरामद किए गए। नक्सली हमले में अब तक 27 लोगों के मरने की खबर है। शवों को घटनास्थल से निकालने का काम जारी है। सैकड़ों सुरक्षाकर्मी तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं। पुलिस महानिदशेक रामनिवास ने हमले में 32 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है।
नंद कुमार पटेल का शव मिलने के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। हमले के विरोध में राजधानी रायपुर आज स्वत: बंद है। राजधानी में कांग्रेस भवन और अन्य राजनीतिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण तलाशी अभियान में दिक्कत आ रही है।
उल्लेखनीय है कि बस्तर जिले के घने जंगलों में कांग्रेसी नेताओं के एक काफिले पर भारी हथियारों से लैस नक्सलियों के बेहद घातक हमले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुडलियार समेत कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ला समेत कई अन्य घायल हो गए। वीसी शुक्ला को इलाज के लिए गुड़गांव के मेदांता अस्पताल लाया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में कहा कि शुक्ला को पेट में गोली लगी है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बताया कि शुक्ला की हालत स्थिर है। महेंद्र कर्मा के अलावा, पूर्व कांग्रेस सांसद गोपाल माधवन तथा राजनांदगांव से पूर्व विधायक उदय मुडलियार भी हमले में मारे गए। पुलिस के मुताबिक करीब 250 नक्सलियों ने शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे ‘परिवर्तन रैली’ से लौट रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के काफिले पर हमला किया।
पूर्व गृहमंत्री और ‘सलमा जुडूम’ के संस्थापक कर्मा को करीब 100 से 150 नक्सलियों ने घेर लिया और उनके शरीर को गोलियों से छलनी कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से विस्फोट करने से पूर्व पेड़ गिराकर सड़क को अवरूद्ध कर दिया था। बारूदी सुरंग विस्फोट में काफिले का एक वाहन भी चपेट में आ गया। हमले के बाद नक्सलियों ने समीप के पेड़ों में आग लगा दी।