चेन्नई | कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 206) और विराट कोहली (107) की शानदार पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने स्थानीय एम. ए. चिदम्बरम स्टेडियम में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार के खेल की समाप्ति तक अपनी पहली पारी में आठ विकेट के नुकसान पर 515 रन बना लिए हैं। इस तरह से उसे 135 रनों की बढ़त हासिल हो गई है। दिन के खेल की समाप्ति पर 16 रनों पर नाबाद लौटे बल्लेबाज भुवनेश्वर कुमार ने भी भारत को बड़े योग तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने एक छोर सम्भाले रखा और धौनी ने दूसरे छोर से रन बटोरने का सिलसिला जारी रखा। दोनों के बीच 109 रनों की साझेदारी हो चुकी है, जो भारत के नजरिए से काफी अहम है।
इससे पहले, कल के नाबाद लौटे बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (71) और कोहली (50) ने आज दिन के खेल की शुरुआत की। सचिन आज अधिक समय तक क्रीज पर नहीं टिक सके और अपने शनिवार के निजी योग में 10 रन ही जोड़ सके। वह 81 रन बनाकर नाथन लयोन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके लगाए। कोहली और सचिन के बीच 91 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए धौनी ने कोहली के साथ तालमेल कायम करते हुए सम्भलकर खेलना शुरू किया और टीम के लिए 128 रन जोड़े। कोहली 324 के कुल योग पर नाथन लयोन की गेंद पर मिशेल स्टार्क को कैच थमा बैठे। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए रवीन्द्र जडेजा अधिक देर तक नहीं टिक सके। वह 16 रन बनाकर जेम्स पैटिनसन का शिकार बने। रविचंद्रन अश्विन भी तीन रन बनाकर लयोन का शिकार बने। अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हरभजन सिंह (11) के रूप में भारत का आठवां विकेट गिरा। उन्हें अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे मोएसिस हेनरिक्स ने बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। आस्ट्रेलिया की ओर से पैटिनसन ने चार, लयोन ने तीन और हेनरिक्स ने एक विकेट चटकाया। उल्लेखनीय है कि आस्ट्रेलिया की पहली पारी के 380 रनों के कुल योग का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने दूसरे दिन के खेल की समाप्ति तक तीन विकेट के नुकसान पर 182 रन बनाए थे। वीरेंद्र सहवाग और मुरली विजय की सलामी जोड़ी भारतीय पारी को अच्छी शुरुआत नहीं दे सकी थी। चेतेश्वर पुजारा (44), मुरली विजय (10) और वीरेंद्र सहवाग दो रन बनाकर आउट हो गए थे।