सतना| मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 114 सीट जीतने वाली कांग्रेस ने बसपा, सपा और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बना ली| नई सरकार को दो माह का समय होने जाना जा रहा है| लेकिन चुनाव में बहुमत के आंकड़े से सिर्फ सात सीट दूर रहने का दर्द अभी भी भाजपा नेताओं को हो रहा है और वह खुलकर सरकार गिरा देने की धमकी देते दिखाई दे रहे हैं| अब मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि हम सरकार झुकाना भी जानते और गिराना भी। वहीं उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के विधायकों को खरीद फरोख्त के आरोपों पर हमला बोलते हुए बड़बोलेपन में हॉर्स ट्रेडिंग की स्वीकार भी कर ली| बीजेपी विधायक बोले जिस तरह वो 2 विधायकों का जुगाड़ कर सकते हैं, तो हमें भी 7 विधायकों के जुगाड़ नहीं है क्या|
दरअसल, सोमवार को मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने घंटाघर के पास हुए कार्यक्रम जन आंदोलन में कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला| उन्होंने कहा कि कोई भी भ्रम में न रहे। हम सरकार झुकाना भी जानते और गिराना भी। वहीं उन्होंने दिग्विजय के विधायकों को सौ-सौ करोड़ में खरीदने के आरोपों पर कहा दिग्विजय सिंह सठिया गए हैं। उनकी तरह सरकार हमें भी बनाना आता है। कार्यक्रम में त्रिपाठी ने कहा कि मां शारदा की धरती से बोलता हूं कि चाह लें तो कमलनाथ मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। प्रदेश सरकार चुनौती के साथ गिरा देंगे। कांग्रेस की 114 सीटें हैं और हमारी109 सीटें। जिस तरह वे 2 विधायकों का जुगाड़ कर सकते हैं, तो हमें भी 7 विधायकों का जुगाड़ करने का अधिकार नहीं है क्या, हम भी कर सकते थे पर हमने नहीं किया।
भाजपा विधायक त्रिपाठी मंच से आक्रोशित होकर भाषण देते रहे| इसके बाद उन्होंने मंच से ही प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी दी। कहा, अधिकारी रिश्वत लेना छोड़ दें। अगर, वे बाज नहीं आते हैं तो मुंह काला कर घर भेजा जाएगा। वहीं उन्होंने मंच पर ही एसडीएम को बुलाया और जमकर फटकार लगाते हुए धमकी दे डाली|
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीट के साथ चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी| वहीं भाजपा को 109 सीटें मिली| बहुमत का आंकड़ा 116 था, जिसके चलते दोनों ही दलों ने भरपूर कोशिश की| लेकिन कांग्रेस समर्थन जुटाने में सफल रही और बसपा के 2 सपा के एक और चार निर्दलीय विधायक के समर्थन से कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश किया| भाजपा ने पहले सरकार बनाने की बात कही लेकिन बाद में पीछे हट गए| लेकिन यह मसला यहीं ख़त्म नहीं हुआ| सरकार बनने के बाद से ही लगातार भाजपा नेता सरकार गिराने और पांच साल सरकार नहीं चलने देने की बात कर रहे हैं| विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था, उन्होंने कहा था कि विधायक बैजनाथ कुशवाह को मंत्री पद और सौ करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। नारायण त्रिपाठी ने कुशवाह को दस किमी दूर बुलाया, जहां नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग ने सरकार गिराने की शर्त रखकर यह ऑफर दिया। मेरे पास इसकी रिकार्डिंग है। दिग्विजय के इस बयान पर त्रिपाठी ने हमला बोला है|