भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार के सामने साधु संतों की नारजगी बड़ी चुनौती बनी हुई है। कम्प्यूटर बाबा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने की बात कर रहे है। ऐसे में शिवराज सरकार ने बाबा के हमलों का जवाब देने के लिए तोड़ निकाल लिया है। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार प्रदेश के चार बड़े शहरों में सेमिनार करने जा रही है। इन सेमिनारों की जिम्मेदारी राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त योगेन्द्र महंत को सौंपी गई है।
ये सेमिनार भोपाल, इंदौर, जबलपुर और होशंगाबाद में आयोजित किए जाएंगें।इस सेमिनार में साधु-संतों के लिए सरकार ने जो काम किए हैं, उन पर मंथन किया जाएगा। मंथन साधु-संत ही करेंगे । साथ ही उसका प्रचार भी करेंगे। योगेन्द्र मंहत शिवराज सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाएंगे। वही कम्प्यूटर बाबा के हमलों का जवाब भी देंगे।इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से की जाएगी।खबर है कि कंप्यूटर बाबा के इस्तीफे के बाद साधु-संतों को साधने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।
बता दे कि संतों को खुश करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदानंद महाराज, हरिहरानंद महाराज, कंप्यूटर बाबा, भय्यू महाराज और पंडित योगेंद्र महंत को राज्य मंत्री का दर्जा दिया था, जिनमें से कम्प्यूटर बाबा पिछले महीने ही अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि भैय्यूजी महाराज ने इसी साल जून में खुद को गोली मार ली थी। कंप्यूटर बाबा ने शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया है, इसके लिए वे प्रदेश में संत समागम का आयोजन कर रहे है । बीते दिनों ही उन्होंने इंदौर में मन की बात की थी और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे।ऐसे में चुनावी साल मे पार्टी के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई , जिससे उभरने के पार्टी नई नई रणनीति बना रही है। चुंकी मुकाबला पहले से ही कठिन है ऐसे में भाजपा ऐन मौके पर कोई रिस्क नही लेना चाहती।