ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर मची खींचतान पर आज अपनी चुप्पी तोडते हुए कहा कि इस मामले में पार्टी हाईकमान का जो भी फैसला होगा, वह मुझे मंजूर होगा। श्री सिंधिया ने अलग-अलग आयोजनों के दौरान उन्होंने अपनी ही सरकार को अवैध खनन, ऋण माफी और भूमिहीनों को पट्टे न दिए जाने के मामले पर आडे हाथों लिया।
उनका कहना था कि ये सभी मुद्दे कांग्रेस के वचन पत्र में शामिल थे और इन्हें पूरा नहीं किया गया तो मैं सरकार को चैन की सांस नहीं लेने दूंगा। उन्होंने कंट्रोल की दुकानों पर हो रही राशन की कालाबाजारी को भी बंद कराने की बात कही। डेढ माह बाद दो दिन के प्रवास पर ग्वालियर आए श्री सिंधिया की अगवानी और जोरदार स्वागत किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर चल रही खींचतान पर सिंधिया ने कहा मेरी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात हुई है। पार्टी हाईकमान का जो फैसला होगा, वह मुझे मंजूर होगा। यह पूछे जाने पर कि इस मामले में पार्टी के कुछ लोग आपका विरोध कर रहे हैं, उन्होंने कहा- इस बारे में आप लोग उन्हीं से पूछिए। मैं क्या कह सकता हूं। इससे पहले सुबह रेलवे स्टेशन पर उनकी अगवानी करने पहुंचे समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन कर उन्हें प्रदेश कांग्रेेस की कमान सौंपने की मांग को लेकर नारेबाजी की।
रेलवे स्टेशन से बाहर सिंधिया की कार के सामने अचानक आए आनंद अग्रवाल नामक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया। वह आग लगाने की कोशिश करता इससे पहले ही कांग्रेसियों ने उसे पकड़ लिया। युवक ने विधायक प्रवीण पाठक के खिलाफ नारेबाजी की। उसका आरोप था कि पाठक के इशारे पर नगर निगम प्रशासन उसे प्रताडित कर रहा है। उधर विधायक पाठक ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की गई है।