बीजिंग. चीन ने लेजर वाली राइफल बनाई है। इसे जेडकेजेडएम-500 नाम दिया गया है। हालांकि, आम बोलचाल में इसे एके-47 कहा जा रहा है। इससे एक किलोमीटर दूर तक फायर किया जा सकता है। यह दो सेकंड में एक हजार राउंड फायर कर सकती है। इससे एक एनर्जी बीम निकलती है जिसे सामान्य आंखों से नहीं देखा जा सकता। लेजर बंद खिड़की-दरवाजे से भी पार हो सकती है। साथ ही त्वचा और ऊतकों (टिश्यूज) को नुकसान पहुंचा सकती है।
रिसर्च से जुड़े एक वैज्ञानिक का कहना है कि यह डिवाइस आपको जलाकर खत्म कर सकती है। लेजर बीम से जलने पर असहनीय दर्द होगा।
एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड में शामिल की जाएगी: 15 एमएम कैलिबर वाली इस बंदूक का वजन 3 किलो है। इसे कार, नाव या विमान में लगाया जा सकता है। पहली खेप आते ही इसे चीन पुलिस की एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड में शामिल किया जाएगा। अफसरों का कहना है कि लोगों को बंधक बनाने वाले आतंकियों से मुकाबला करने में यह काफी कारगर होगी। इससे बंद कमरे के बाहर से ही आतंकी को जख्मी कर लोगों को बचाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल मिलिट्री ऑपरेशन में भी किया जाएगा। इससे मिलिट्री एयरपोर्ट पर तेल भंडार को भी जलाकर नष्ट किया जा सकता है।
बैटरी से चलेगी: लेजर राइफल को रिचार्ज किया जा सकेगा। इसमें मोबाइल की तरह ड्राय बैटरी लगी है। चीन की कंपनी जेडकेजेडएम ने फिलहाल इस राइफल का प्रोटोटाइप मॉडल बनाया है। इसकी लागत 15 हजार डॉलर (करीब 10 लाख 30 हजार रुपए) है। बड़ी संख्या में बनाने के लिए कंपनी डिफेंस पार्टनर की तलाश कर रही है।