भोपाल। राजधानी के तुलसी नगर में रहने वाली 85 साल की बुजुर्ग महिला शकुंतला दुबे को उनके चार पुत्र तीन-तीन माह अपने साथ रखेंगे। उनका ख्याल रखेंगे और अन्य खर्चों के लिए एक हजार रुपए प्रतिमाह भी देंगे। ऐसा न करने पर पुत्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, शकुंतला दुबे की सात संतान (चार बेटे और तीन बेटियां) होने के बावजूद उनके चार बेटे उनका ख्याल नहीं रख रहे है। उनकी तबीयत खराब होने के बावजूद उन्हें इधर से उधर भटकना पड़ता है और अपनी बेटियों के घर रहना पड़ रहा है। कुछ इस तरह का आवेदन कलेक्टर जनसुनवाई में तुलसी नगर में रहने वाली शकुंतला दुबे ने कलेक्टर को दिया था।
कलेक्टर के आदेश पर भरण पोषण अधिनियम 2007 के तहत यह मामला दर्ज किया गया। जिसे एसडीएम टीटी नगर को भेजा गया। मामले में सुनवाई करते हुए एसडीएम ने आदेश दिया कि सभी पुत्र तीन-तीन माह अपने साथ रखकर बुजुर्ग मां का ख्याल रखें और आवश्यक खर्चे के लिए एक हजार रूपए प्रतिमाह अलग से दें। आदेश का पालन न करने पर सभी पुत्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
दरअसल, शकुंतला दुबे के पति पीएन दुबे लोकायुक्त में इंस्पेक्टर थे। उनके पति के स्वर्गवास के बाद तीनों भाईयों मनोज कुमार, राजकुमार, हीरेश कुमार और दिनेश कुमार को को संपत्ति में से हिस्सा दे दिया गया। इनमें से तीन भाईयों ने जिम्मेदारी नहीं उठाई। जबकि दो पुत्र शासकीय सेवा में है और दो अन्य पुत्र प्राइवेट काम करते है।