जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में दो दिन पहले जंगल में मिली एसएएफ जवान की लाश के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। जवान की हत्या उसकी पत्नी ने ही अपनी सहेलियों के साथ मिलकर की थी। इतना ही नहीं उसने 15 घंटे तक लाश को घर में छुपाकर रखा। इसके बाद हत्या में शामिल सहेलियों के साथ शव को ठिकाने लगा दिया।
जबलपुर के पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने बताया कि छठवीं बटालियन के जवान राकेश की हत्या उसकी पत्नी ने शराबखोरी और चरित्र पर संदेह और मारपीट से तंग आकर की थी। जवान की पत्नी ने नाबालिग सहेली और चचेरी बहन के साथ मिलकर चुनरी से गला घोंटकर उसकी हत्या की थी। हत्या के बाद पति का शव करीब 15 घंटे तक घर में ही छिपाकर रखा, जिसे ठिकाने लगाने के लिए पत्नी ने अपनी मां को मंडला से बुला लिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मामले में पत्नी दुर्गा बेन उसकी मां सुकरानी ठाकुर, 22 वर्षीय चचेरी बहिन काजल और पड़ोस में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी को आरोपी बनाया है। सभी के खिलाफ हत्या कर शव को छिपाने का मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ में दुर्गा बेन ने बताया कि रात में ही सोते समय चुनरी से सहेलियों की मदद से गला घोट दिया। मोपेड पर बीच में शव को बिठाने की मुद्रा में रखा और पीछे सहेली को बिठा कर ईडीके के पास ले गयी। और मौका मिलते ही लाश को सडक किनारे फेंक कर वापस घर लौट आयी। इसी कारण जवान का मोबाइल घर पर मिला था। मगर दुर्गा ने पुलिस को यह कहते हुए गुमराह करने की कोशिश की कि बेटा मोबाइल में बिजी था, इसके चलते वह मोबाइल छोडकर फीस जमा करने निकले थे।
हत्याकांड के बाद शव ले जाते समय आरोपी सीसीटीवी में कैद हो गए। पत्नी और जवान के मोबाइल से भी गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मदद मिली। रांझी से ईडीके के बीच में कुछ स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दुर्गा पति के लाश को ले जाते हुए दिखी। इसके बाद पूरी तस्वीर साफ हो गयी। रात में ही पुलिस ने पत्नी सहित उसके दोनों सहेलियों को हिरासत में ले लिया।