मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने नये समीकरण बैठाना शुरू कर दिया है। भाजपा इस समय अपना विशेष ध्यान चंबल-ग्वालियर और रीवा संभाग पर दे रही है। इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी के उन नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है जो पार्टी से किसी मुद्दे को लेकर नाराज चल रहे हैं।
कांग्रेस और बसपा के गठबंधन की खबर भी चर्चा में है और इस बात से कई बसपा नेताओं में नाराजगी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में रोमेश महंत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है। लहार विधानसभा सीट से जुड़े रोमेश भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके मथुराप्रसाद महंत के बेटे हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के सतना में रैगांव सीट से बसपा विधायक ऊषा चौधरी से भी संपर्क करने की बात सामने आ रही है।
उनका भाजपा के प्रति झुकाव उस समय दिखा जब भाजपा के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए वो पहुंची थीं। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल में सक्रिय रहे व बसपा से चुनाव लड़ चुके केदारनाथ वर्मा और परसराम मुदगल को भारतीय जनता पार्टी पहले से ही पार्टी में शामिल कर चुकी है।
इसी बीच शिवराज सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा और दिमनी से वर्तमान बसपा विधायक बलबीर सिंह दंडोतिया के भी संपर्क में रहने की खबरें आ रही हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और बसपा ने अपने नेताओं के भारतीय जनता पार्टी के साथ संपर्क की बातों से साफ इंकार किया है।