भोपाल !   भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने यहां सोमवार को कहा कि अगर घर का बच्चा कमजोर हो तो प्रचारित न करें और घर की कमियां बाहर बताने से बचें। शाह का इशारा व्यापमं घोटाले की तरफ था, जिसे लेकर पूरे देश में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की किरकिरी हो रही है।

शाह यहां मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी के महासंपर्क अभियान की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आए थे। बैठक में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की किसी ने खुलकर तो चर्चा नहीं की, मगर खुसपुसाहट हर तरफ रही। शाह ने भी अपनी बात इशारों में ही की।

उन्होंने यहां समन्वय भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में पदाधिकारियों को नसीहत के साथ हिदायतें भी दी। उन्होंने कहा, “घर की कमियों को बाहर प्रचारित करने से बचें, कमी को घर में ही बताएं।”

उन्होंने आगे जोड़ा, “अगर घर का बच्चा कमजोर है तो उसे प्रचारित न करें, ऐसा करने से घर (पार्टी) को ही नुकसान होता है। कई बार तो मीडिया के जरिए भ्रमित करने की कोशिश होती है, इसलिए जरूरी है कि सतर्क रहें।”

भाजपा ने अपने इस आयोजन को मीडिया से दूर रखा था। बाद में महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने बैठक का ब्योरा दिया।

ब्योरे के अनुसार, बैठक में अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि “पार्टी ने सदस्यता महाअभियान को मिस्ड काल करके आरंभ किया। महाअभियान में भारी सफलता मिली है। 11 करोड़ सदस्य बन चुके हैं। पार्टी कार्यकर्ता उनके निवास पर जाकर पार्टी की रीति-नीति, वैचारिक दर्शन से रूबरू कराएंगे और केंद्र और राज्यों की उपलब्धियों से परिचित कराएंगे। पार्टी आगामी तीन माह में 15 लाख कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेगी।”

उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि जन-धन योजना ने आम आदमी को समाजिक प्रतिष्ठा प्रदान की है। स्किल इंडिया, मेक-इन-इंडिया से लाखों रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, इसी तरह की अन्य पहल से भारत के भविष्य की ठोस आधारशिला रख दी गई है।

शाह ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाकर भारतीय मूल्यों को महिमा मंडित किया है।”

उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच दावा कर सकते हैं कि भाजपा ने कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को धरातल पर परिभाषित किया है। मध्य प्रदेश में विकास दर दहाई में होना और कृषि विकास दर 24 प्रतिशत होकर निरंतर बने रहना वास्तव में भाजपा सरकार और कार्यकर्ताओं का ही पराक्रम और कमाल कहा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ आजादी के बाद भुखमरी का केंद्र रहा है। भाजपा की रमन सरकार बनने के बाद अभावों और भूख पर प्रभावी ढंग से प्रहार किया गया। हर घर में चावल गेहूं, आयोडीन नमक, केरोसीन की व्यवस्था कर भूख की ज्वाला शांत कर घर-घर में आशा की रोशनी जगाई गई।

मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के संगठन महामंत्री रामलाल ने भी बैठक को संबोधित किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन िंसह बैठक में नहीं पहुंचे।

बैठक का शुभारंभ पार्टी अध्यक्ष शाह और अन्य पदाधिकारियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

मध्य प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा देती प्रदर्शनी भी लगाई गई।

शाह सोमवार सुबह दिल्ली से भोपाल पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान सहित कई अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया।

समीक्षा बैठक में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों के सांसद, विधायक, केंद्र व राज्य के मंत्री, पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, संगठन मंत्री, संपर्क महाअभियान के प्रदेश प्रभारी, संभाग, जिला और निचली इकाइयों के संपर्क प्रभारी, सह प्रभारी ने भाग लिया।

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