भोपाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा देश को सुदृढ़ बनाने के लिये संविधान में की गई अपेक्षाओं और महात्मा गाँधी के ग्राम स्वराज को साकार करने का काम अधूरा है। इसे पूरा करने के लिये विकास के सभी स्रोतों और संसाधनों को गाँव की ओर मोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विकास के लिये टुकड़ों में काम करने से बात नहीं बनेगी।
मोदी आज डॉ. अम्बेडकर की जन्म-भूमि महू (अम्बेडकर नगर) में विशाल जन सभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब की 125वीं जयंती पर ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान का भी शुभारंभ किया।

किसानों की आय दोगुनी करने के रोडमेप के लिये मुख्यमंत्री को दी बधाई

मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने के संदर्भ में कहा कि किसान कुछ नहीं माँगता। अगर उसे पानी मिल जाये, तो मिट्टी से सोना बना सकता है। यदि दूसरों का पेट भर जाये तो किसान को सबसे बड़ा संतोष होता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया गया है। यह कठिन काम है, लेकिन पूरा करना है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को किसानों की आय दोगुनी करने का रोडमेप बनाने के लिये बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अन्य राज्यों से भी अपेक्षा की कि वे भी अपने संसाधनों के अनुरूप कार्य-योजना बनायें। जब तक गाँव की खरीद करने की क्षमता नहीं बढ़ेगी तब तक शहरी अर्थ-व्यवस्था भी नहीं बढ़ेगी। मोदी ने कहा कि मैं बाबा साहेब की स्मृति को नमन करने आया हूँ। पहले भी आया था, लेकिन तब से अब में जमीन-आसमान का फर्क है। उन्होंने मध्यप्रदेश की श्री शिवराज सिंह चौहान सरकार को बाबा साहेब के जन्म-स्थान का भव्य और गरिमापूर्ण विकास करने के लिये बधाई दी।
मोदी ने कहा कि आजादी के साठ साल बाद भी ग्रामीण भारत में जो परिवर्तन आना चाहिये था वह नहीं आया। अभी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि भारत के विकास के लिये केवल कुछ शहरों और कुछ उद्योगों के विकास से काम नहीं चलेगा। गाँव के निरंतर और स्थाई विकास के लिये गाँव को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस साल के केन्द्रीय बजट में गाँव और खेती के विकास पर पूरा जोर दिया गया है। किसानों में नया जोश और ऊर्जा भरने पर ध्यान दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी गाँव में विद्युत सुविधा 1000 से भी कम दिन में पहुँचा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 वर्ष होने आ रहे हैं। ऐसे में एक भी गाँव विद्युतविहीन रहे, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र की वर्तमान सरकार जनता को हिसाब देने वाली सरकार है। जनता के सपनों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिये तेज गति से काम करने वाली सरकार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा था शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो। आर्थिक समृद्धि, सामाजिक अधिकार सम्पन्नता और प्रौद्योगिकी से समृद्धि पर उनका विश्वास था। उनके इसी सपने को नये युग में साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम गाँव की ओर चलें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार से प्रत्येक गाँव को हर साल 75 लाख रुपये विकास कार्यों के लिये मिलते हैं। गाँव का कायापलट करने के लिये यह काफी है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में विकास की चेतना जगाये रखना और उन्हें सशक्त बनाना जरूरी है। बाबा साहेब की प्रेरणा से यह कार्य संभव है।
प्रधानमंत्री ने ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि जो लोग गरीबों के मसीहा कहलाते थे उन्होंने ऐसा काम क्यों नहीं किया। वंचित वर्गों के कल्याण का काम निरंतर चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि 90 लाख परिवार ने गरीब परिवारों के हित में गैस सब्सिडी त्याग दी है। एक साल में देश के इतिहास में सर्वाधिक एक करोड़ परिवार को गैस कनेक्शन दिये गये। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले तीन साल में 5 करोड़ परिवार को और गैस कनेक्शन दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार चिट फंड जैसी कम्पनियों के पास जाने पर मजबूर होते हैं। प्रधानमंत्री जन-धन योजना से अब सभी गरीब परिवार वित्तीय समावेशन की राष्ट्रीय धारा से जुड़ गये हैं। उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल गयी है। गरीबों को साथ लेकर ही भारत विकास कर सकता है।
मोदी ने गाँववासियों से अपील की कि वे परिवर्तन में भागीदार बनें और सरकार की योजनाओं का पूरा उपयोग करें। श्री मोदी ने ‘जय भीम’ के उदघोष के साथ अपने भाषण का समापन किया। अम्बेडकर मेमोरियल सोसायटी इंदौर के अध्यक्ष भन्ते संघशील ने प्रधानमंत्री को धम्म पद पुस्तक भेंट की। श्री मोदी ने इंदौर जिले को खुले में शौच जाने से पूरी तरह मुक्त होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला अब इस दिशा में प्रयास करेगा।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्री मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो बाबा साहेब के स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पित करने आये हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के नागरिकों को गर्व है कि बाबा साहेब ने इस भूमि पर जन्म लिया। श्री चौहान ने बाबा साहेब से जुड़े पाँच स्थान को पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी का प्रदेश की लोगों की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें यह नहीं कर पायीं। उन्होंने कहा कि महू में पहले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। तत्कालीन राज्य सरकार ने 1991 में स्मारक बनाने का काम शुरू किया था। आज यह काम पूरा हो गया है।

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