दिल्ली के नांगलोई इलाके (Nangloi, Delhi) में दिनदहाड़े बदमाशों ने दो लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी। दोनों मृतकों का नाम जाकिर और सलीम कुरैशी बताया गया है। हत्या की वजह पुरानी रंजिश और आपसी विवाद बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, पहले आरोपियों ने जाकिर नाम के युवक से झगड़ा किया और फिर पास में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया, जिसके बाद आरोपियों ने अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों की ही मौत हो गई है।
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, सोमवार की सुबह मृतक जाकिर बाजार फाटक की तरफ से जा रहा था। तभी कुछ लोगों के साथ उसका झगड़ा हो गया। कुछ देर की बहस के बाद हथियार बंद बदमाशों ने पहले पास के एक मंदिर पर लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया और फिर कई राउंड की फायरिंग कर दी, जिसमें जाकिर उर्फ बबलू गंभीर रूप में घायल हो गया। हालांकि, मृतक जाकिर के भाई अमजद ने बताया कि इससे पहले कभी भी जाकिर का किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ था।
वहीं, पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतक जाकिर पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। इसलिए इस बात की संभावना है कि हमलावर उसी के जानकार हों। ऐसे में पुलिस आपसी रंजिश के तहत हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है। पुलिस ने इस मामले में रईस नाम के शख्स को पकड़ लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। रईस के पास से 1 पिस्टल, 1 मैगजीन एयर दो लाइव सीसीटीवी कैमरे बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि मोहम्मद इकराम आरिफ नाम के एक शख्स ने जाकिर नाम के व्यक्ति को गोली मार दी। इस पर रईस नाम के एक शख्स ने एक और व्यक्ति के साथ मिलकर मोहम्मद इकराम के बहनोई सलीम कुरैशी को गोली मार दी। सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद इकराम हत्या के एक मामले में पहले जेल गया था और वह पैरोल पर छूटा हुआ था। पंजाबी बाग पुलिस थाने में उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज था।
जाकिर और सलीम कुरैशी को संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि रईस ने मौके से भागते समय हाइवे पेट्रोलिंग स्टाफ पर भी गोली चलाई। पुलिस का दावा है कि सभी आरोपियों को बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसी के साथ दिनदहाड़े भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुई इस वारदात के बाद पुलिस प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस महीने दिल्ली में हत्या और लूट जैसे दर्जनों मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।