भोपाल। प्रदेश पुलिस के साथ ही गृह विभाग से जुड़ी दस महत्वपूर्ण शाखाओं की वेबसाइट को निजी एजेंसियों से अपडेट करवाने में अपना डाटा सुरक्षित रखना चुनौतीपूर्ण लगने लगा है। इसके चलते अब निजी एजेंसी इन सभी शाखाओं की वेबसाइट का कोई काम नहीं करेंगी। इस संबंध में गृह विभाग ने स्पष्ट आदेश पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी सहित सभी शाखाओं के प्रमुखों को दिए हैं।
हाल ही में इस संबंध में गृह विभाग ने एक पत्र डीजीपी विवेक जौहरी के साथ ही अपने अंतर्गत आने वाले अशोक दोहारे महानिदेशक होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा मुख्यालय, मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के प्रबंध संचालक वीके सिंह , सैनिक कल्याण के संचालक, लोक अभियोजना के संलाचक विजय यादव, मेडिकोलीगल के संचालक, स्टेट गैरेज के अधीक्षक, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के राज्य समन्वयक और आपदा प्रबंधन संस्थान के संचालक को पत्र लिखा है। जिसमें बताया गया है कि अब इनमें से कोई भी अपनी वेबसाइट का निजी एजेंसियों से काम-काज नहीं करवाएगा। उन्हें मैप-आईटी या एनआईसी से ही अपनी वेबसाइट का काम करवाना होगा।
दरअसल सामान्य प्रशासन विभाग ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि विभिन्न विभागों, संस्थाओं द्वारा अपनी वेबसाइट का काम-काज और अपडेशन निजी एजेंसियों से करवाया जाता है। इसके चलते डाटा सुरक्षित रखना चुनौतीपूर्ण काम होता है।
प्रदेश पुलिस को भले ही मैप-आईटी और एनआईसी से वेबसाइट को अपडेट करने के आदेश दे दिए हो, लेकिन वेबसाइट फिलहाल अपडेट नहीं है। वेबसाइट पर इंदौर में दो आईजी बताए जा रहे हैं। इस वेबसाइट की मानी तो इंदौर में इस वक्त दो आईजी पदस्थ हैं। वर्ष 1997 बैच के आईपीएस अफसर विवेक शर्मा यहां पर 11 जनवरी 2020 से पदस्थ बताए जा रहे हैं। वहीं वर्ष 1995 बैच के आईपीएस अफसर योगेश देशमुख 20 सितम्बर 2020 से पदस्थ बताए जा रहे हैं। जबकि हकीकत में यहां पर योगेश देशमुख ही पदस्थ हैं। जबकि विवेक शर्मा पुलिस मुख्यालय में पदस्थ है। शर्मा का तबादला सितम्बर में किया गया था,उनकी जगह पर देशमुख को आईजी इंदौर बनाया गया था। इसी तरह तरुण नायक को भी अशोक नगर एसपी और गुरुकरण सिंह को एसपी दतिया बताया जा रहा है। जबकि उपचुनाव के परिणामों के बाद दोनों अफसरों का इन जिलों से तबादला हो चुका है।