सूरत। गुजरात के सूरत में लापता किशोरी छह महीने बाद अहमदाबाद से मिली है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर किशोरी को अहमदाबाद के सेजपुर इलाके से खोज निकाला है। पूछताछ में पता चला है कि किशोरी का एक महिला ने अपहरण कर लिया था, जिसके बाद उसे यहां हरीश सोलंकी नामक शख्स को 70 हजार रुपए में बेच दिया था। वह पिछले छह महीने से किशोरी से दुष्कर्म कर रहा था।
जानकारी के मुताबिक, सूरत के जलारामनगर इलाके से छह महीने पहले 15 वर्षीय किशोरी लापता हो गई थी। परिजनों ने खोजबीन के बाद इस संबंध में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस की लंबी छानबीन के बाद भी किशोरी का कुछ पता नहीं चला था। बीते दिनों सूरत पुलिस को लापता किशोरी के बारे में अहम सुराग मिला। शुक्रवार को सूरत पुलिस की एक टीम अहमदाबाद के सेजपुर इलाके में पहुंची और किशोरी को खोज निकाला।
सूरत पुलिस ने बताया कि किशोरी और आरोपी हरीश सोलंकी को देर रात सूरत लाया गया। दोनों का सूरत न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल किया गया है। किशोरी ने पूछताछ में बताया कि छह महीने पहले वह अपना ड्रेस सिलवाने सचिन क्षेत्र में गई थी। वहां एक महिला उसके पास आई और उस पर स्प्रे छिड़कर बेहोश कर दिया। जब वह होश में आई तो अहमदाबाद में थी। यहां महिला ने उसे पांच दिनों तक अपने घर में बंधकर बनाकर रखा।
इसके बाद महिला ने उसे हरीश सोलंकी को 70 हजार रुपए में बेच दिया। हरीश सोलंकी अहमदाबाद सैजपुर इलाके में रहता था। किशोरी ने पूछताछ में पुलिस को यह बताया कि हरिश उसे अहमदाबाद में सेजपुर बोघा स्थित अपने आवास ले आया। यहां उसे कई दिनों तक बंधकर बनाकर दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं उससे मारपीट भी करता था। हरीश ने उसे जान से मारने की धमकी देकर छह महीने तक उसका यौन शोषण किया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया है। हालांकि अभी तक किशोरी का अपहरण करने वाली महिला पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस का मानना है कि राज्य में गरीब व फुटपाथ पर रहते परिवारों की बच्चियों का अपहरण करने का बड़ा रैकेट चल रहा है। महिला के गिरफ्तारी के बाद ही इस संबंध में बड़ा खुलासा होगा।