मुंबई. कंगना रनौत अपनी बेबाकी से एक बार फिर सुर्खियों में हैं. वे सोशल मीडिया के सहारे बॉलीवुड और शिवसेना पर लगातार निशाना साधती रहती हैं. मुंबई में ग्रिड फेल होने के बाद भी कंगना ने सत्ता में मौजूद शिवसेना पर तंज कसा था और अब महाराष्ट्र गवर्नर द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना के बाद कंगना ने भी महाराष्ट्र के सीएम को लेकर तीखा वार किया है.
कंगना ने ट्वीट को रिट्वीट किया. इस ट्वीट में लिखा था कि महाराष्ट्र के गर्वनर ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है और उनसे कोरोना काल में पूजा-अर्चना के स्थलों को खोलने को लेकर सवाल किया है. इस पत्र के एक हिस्से में ये भी लिखा था कि मैं सोचता हूं कि क्या आपको किसी तरह की दिव्य-सूचना प्राप्त हो रही है कि आप पूजा के स्थलों की री-ओपनिंग को लगातार टाल रहे हैं या फिर अब आप खुद ‘सेक्युलर’ बन चुके हैं जिस शब्द से कभी आप खुद नफरत किया करते थे.
वहींं गवर्नर के बाद उद्धव ठाकरे पर कंगना ने भी निशाना साधा है. उन्होंने इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा- ये जानकर अच्छा लगा कि गुंडा सरकार से माननीय गवर्नर साहब सवाल पूछ रहे हैं. गुंडों ने बार और रेस्टोरेंट्स को तो खोल कर रखा है लेकिन रणनीति के हिसाब से मंदिरों को बंद कर रखा है. सोनिया सेना तो बाबर की सेना से भी घटिया बर्ताव कर रही है.
बता दें कि इससे पहले कंगना और शिवसेना लीडर संजय राउत में काफी गहमागहमी हुई थी. दरअसल कंगना रनौत ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया था कि मुंबई पुलिस उन पोस्ट को लाइक कर रही है, जिसमें उनके खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. पुलिस ने इसे फेक बताया, लेकिन कंगना का हमलावर रुख जारी रहा.
इसके बाद ही संजय राउत ने बयान दे दिया था कि अगर उन्हें मुंबई से इतनी ही परेशानी है तो उन्हें मुंबई नहीं आना चाहिए. उनके उस बयान पर कंगना ने कहा था- शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और कहा है कि मैं मुंबई वापस ना आऊं. पहले मुंबई की सड़कों में आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है. ये मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की तरह क्यों लग रहा है? इस बयान के बाद मामला काफी गर्म हो गया. कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से की तो शिवसेना समेत कई सेलेब्स ने कंगना के बयान की आलोचना की. हालांकि इसके बाद कंगना ने ये भी कहा कि वे मुंबई आएंगी, जिसको जो उखाड़ना है, उखाड़ ले. कंगना मुंबई भी पहुंची लेकिन उनके आते ही बीएमसी ने उनके अवैध निर्माण वाले ऑफिस के हिस्से को गिरा दिया था.