ग्वालियर। भिण्ड शहर के दशरथ नगर निवासी सौरभ (16वर्ष) की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। सौरभ की हत्या बचपन के दोस्त ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी। आरोपी दोस्त का कहना है घटना वाली रात वह कार में साथी के संग शराब पी रहा था। किसी बात पर सौरभ मां-बहन की गालियां देने लगा। गाली सहन नहीं हुई। सौरभ के गले में पडी साफी से उसका गला घोंट दिया। दम घुटने से सौरभ की मौत हो गई तो शव खेत में फेंककर घर आ गए। रात में तलाश हुई तो दोनों आरोपी परिजन और पुलिस के साथ सौरभ को खोजने निकले। रात करीब 12 बजे खेत से शव को कार में रखा और पोरसा थाने के किर्रायच गांव के पास क्वारी नदी में फेंक आए। पुलिस ने आरोपियों से सौरभ का मोबाइल, पर्स और कार बरामद कर ली है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने आज यहां बताया कि 10 दिसंबर को भिण्ड देहात थाना क्षेत्र निवासी सौरभ सिंह भदौरिया घर से दोस्त की सालगिरह मनाने की कहकर निकला था। रात में सौरभ वापस घर नहीं पहुंचा तो परिजन ने पुलिस को सूचना दी और उसे तलाश किया, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। पुलिस ने सौरभ के गायब होने पर 11 दिसंबर को अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। 12 दिसंबर को मुरैना जिले के पोरसा थाने से सूचना आई कि क्वारी नदी किनारे किर्रायच गांव के पास किसी किशोर का शव पडा है। देहात थाना टीआई उदयभान सिंह यादव ने सौरभ के परिजन को साथ ले जाकर शिनाख्त कराई तो शव सौरभ का निकला। सौरभ के सिर में चोट थी, जो उसे पुल से नीचे नदी में फेंकने से लगी थी। गले में साफी का निशान था। पुलिस ने अंदाजा लगा लिया मामला हत्या का है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 10 दिसंबर को सौरभ घर से दोस्त के यहां जन्मदिन मनाने की कहकर तो निकला था, लेकिन उसने यह किसी को नहीं बताया था कि वह किस दोस्त के घर जा रहा है। घर से निकलने के बाद रास्ते में ममेरा भाई मधुसूदन सिंह राजावत बाइक से मिला तो सौरभ ने उससे कहा दोस्त के पास छोड दे। मधुसूदन अपने साथ लेकर सौरभ को छोटू पंडित के पास छोड आया था। 10 दिसंबर को ही रात में वीरेंद्र नगर में पीछे की ओर खेतों में अल्टो कार क्रमांक एचआर 51 एसी 7256 में बैठकर छोटू पंडित और जयदीप सिंह राजावत शराब पी रहे थे। इसी कार में सौरभ मौजूद था। किसी बात पर सौरभ मां-बहन की गालियां देने लगा। गालियां सुनकर छोटू पंडित और जयदीप ने सौरभ के गले में पडी साफी से उसका गला घोंट दिया। दम घुटने से सौरभ की मौत हो गई तो आरोपियों ने उसके शव को खेत में ही छिपा दिया और घर आ गए।
पुलिस अधीक्षक खरे ने बताया 10 दिसंबर की रात में जब सौरभ घर नहीं पहुंचा तो परिजन ने उसे तलाश करना शुरू किया। मधुसूदन ने बताया कि वह सौरभ को छोटू पंडित के पास छोडकर आया था। पूछने पर छोटू ने कह दिया सौरभ मिलकर चला गया था। परिजन ने पुलिस के साथ मिलकर खोजबीन की तो छोटू भी साथ हो लिया। करीब 2 घंटे तक आरोपी छोटू पंडित ने सौरभ को तलाश करने का नाटक किया। देर रात तक सुराग नहीं मिलने पर परिजन घर लौटे तो छोटू ने जयदीप को बुलाया और अल्टो कार में सौरभ का शव लेकर किर्रायच गांव के पास क्वारी नदी में फेंक आए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 11 दिसंबर को सौरभ के अपहरण का मामला दर्ज किया गया। पडताल तेज की तो सामने आया कि मधुसूदन खुद सौरभ को छोटू पंडित के पास छोडकर आया था। पुलिस ने छोटू को तलाश किया तो वह घर से बाहर मिला। इस पर 18 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि 17वीं बटालियन पेट्रोल पंप के सामने छोटू पंडित अपने साथी जयदीप के साथ खडा है। भिण्ड देहात थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव ने बताया कि पुलिस टीम बटालियन पंप के सामने पहुंची तो वहां उसे छोटू और जयदीप दोनों मिल गए। पूछताछ करने पर छोटू ने बताया कि उसने जयदीप के साथ मिलकर साफी से गला घोंटकर बचपन के दोस्त सौरभ की हत्या की है।