इंदौर । करीब 400 मेगावाट बिजली की मांग के साथ इंदौर प्रदेश का सबसे ज्यादा बिजली खपत वाला शहर बन गया है। एक पखवाड़े के दौरान बिजली कंपनी क्षेत्र के शहरों में कुल 100 मेगावाट बिजली की मांग बढ़ गई है। इंदौर महानगर में सबसे ज्यादा मांग बढ़ी है। यह 365 से बढ़कर 390 मेगावाट पार कर गई है। एक-दो दिन में यह 400 तक चली जाएगी। तीन दिन से रोज दो से तीन मेगावाट मांग बढ़ रही है।
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि गर्मी में इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, खंडवा और बुरहानपुर समेत कंपनी क्षेत्र के सभी 15 जिला मुख्यालयों में बिजली की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 15 दिन में इन नगरों की मांग 100 मेगावाट तक बढ़ चुकी है। उक्त शहरों में वर्तमान में कुल 800 मेगावाट बिजली की मांग है जबकि 15 दिन पहले यह आंकड़ा 700 के करीब था। इंदौर में वर्तमान में 400 मेगावाट से कुछ कम बिजली का उपयोग हो रहा है।
यह आंकड़ा एक पखवाड़े में 425 के पार जाने की संभावना है। इंदौर में लाखों कूलर, पंखे और एसी का इस्तेमाल शुरू हो गया है और मांग बढ़ने की असल वजह यही है। इंदौर के बाद सबसे ज्यादा मांग उज्जैन की है जो 70 मेगावाट के करीब है। रतलाम, देवास, खंडवा और बुरहानपुर में बिजली की मांग गर्मी के कारण 5 से 10 मेगावाट तक बढ़ चुकी है। त्रिपाठी ने बताया कि रबी का सारा काम खत्म होने से सिंचाई के लिए बिजली का काफी कम इस्तेमाल हो रहा है। इस कारण कृषि मांग घट गई है।
बिजली में 14 शहरों के बराबर इंदौर
इंदौर कंपनी क्षेत्र के अन्य 14 जिला मुख्यालयों की कुल खपत के बराबर बिजली उपयोग कर रहा है। यानी इंदौर में 400 मेगावाट के करीब बिजली जलती है जबकि बचे 14 जिला मुख्यालयों की कुल खपत भी 400 मेगावाट के करीब ही है।
– 400 मेगावाट के करीब बिजली जल रही इंदौर में
– 425 के पार जाने की संभावना एक पखवाड़े में
– 400 मेगावाट की कुल खपत इंदौर को छोड़ बिजली कंपनी क्षेत्र के 14 शहरों में
– 700 मेगावाट की कुल खपत थी 15 दिन पहले 15 शहरों की
– 100 मेगावाट बिजली की मांग बढ़ी कंपनी क्षेत्र के इन शहरों में