इन्दौर। रात को खजराना क्षेत्र में सडक़ हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवक होटल से खाना खाकर लौट रहे थे, तभी उनका बैटरी स्कूटर अंसतुलित होकर डिवाइडर से टकरा गया। बताया जा रहा है कि एक युवक की बहन की सगाई पक्की हुई थी। इसी खुशी में वह दोस्तों को खाना खिलाने के लिए होटल ले गया था।
खजराना पुलिस ने बताया कि हादसा स्टार चौराहे के पास हुआ। 22 वर्षीय अंश पिता विजयसिंह तथा तनिष्क पिता आनंद जायसवाल दोनों निवासी मरीमाता चौराहा के पास के शवों का एमवाय अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। दोनों के साथियों ने बताया कि रात को वे बायपास स्थित होटल गए थे। लौटते समय रात डेढ़ बजे के आसपास स्टार चौराहे पर अंश के बैटरी वाले स्कूटर का संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से जा टकराई। बताया जा रहा है कि अंश के सिर में चोटे आई थी, वहीं तनिष्क गाड़ी के दूसरी ओर जा गिरा था। दोनों को रात को इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया, लेकिन दोनों की मौत हो गई।
हादसे का कारण छोटे पहिए वाली गाड़ी का स्लीप होना
बताया जा रहा है कि दोनों युवक जिस स्कूटर पर सवार थे उसके पहिए काफी छोटे थे। ऐसे वाहनों का संतुलन अकसर बिगड़ जाता है और हादसे होते हैं। शहर में इससे पहले भी इस तरह वाहनों के स्लीप होने से हादसे में लोग जान गंवा चुके हैं।
इकलौता बेटा था…
यह बात सामने आ रही है कि अंश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी बड़ी बहन का रिश्ता पक्का हुआ था। इसी खुशी के चलते वह दोस्तों को खाना खिलाने के लिए लेकर गया था। कुछ दोस्त कार से तो अंश और तनिष्क स्कूटर से गए थे।
दोनों कर रहे थे पढ़ाई
हादसे का शिकार हुए दोनों युवक पढ़ाई करते थे। तनिष्क निजी कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता का होटल और शराब का कारोबार है। तनिष्क के परिवार में उसका एक छोटा भाई है। वहीं अंश ग्राफिक्स डिजाइन का कोर्स कर रहा था। परिवार में बड़ी बहन है, वहीं पिता रिक्शा चलाते हैं।
दोनों युवकों के नेत्रदान किए
सडक़ हादसे का शिकार हुए तनिष्क और अंश के परिजन ने दोनों के नेत्रदान करने का निर्णय लिया और एमवाय अस्पताल के नेत्र कोष में नेत्र दान किए। दोनों युवकों की आंखों से किसी अन्य के जीवन में रोशनी होगी।
दो अन्य युवकों ने की आत्महत्या
इंदौर। अलग-अलग मामलों में दो युवकों ने मौत को गले लगा लिया। एरोड्रम पुलिस ने बताया कि टीसीएस के पीछे रहने वाले अविनाश सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस पता लगा रही है कि उसने यह कदम क्यों उठाया। इसी तरह कनाडिय़ा के 28 वर्षीय कृष्णा ने भी जहर खा लिया। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।